पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने कहा कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) भले ही लालू परिवार का नेतृत्व स्वीकार कर लें, लेकिन लव-कुश और अतिपिछड़ा समाज कभी यह स्वीकार नहीं करेगा. नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को 'बच्चा' बता कर उन्हें एक बार फिर जब अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है, तब जेडीयू और इसके सीनियर नेताओं के लिए कोई भविष्य नहीं बचा है. मुख्यमंत्री उस व्यक्ति को अपना राजनीतिक वारिस बना रहे हैं, जिसकी एक मात्र योग्यता यही है कि वे लालू प्रसाद के पुत्र हैं.


'नीतीश कुमार को तुरंत भतीजे के लिए कुर्सी छोड़ देनी चाहिए'


सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जेडीयू के सांसदों-विधायकों में यदि अन्तरात्मा बची होगी, तो वे उस परिवार का नेतृत्व स्वीकार नहीं करेंगे, जिसके 15 साल के कुशासन और भ्रष्टचार से लड़ते हुए पार्टी खड़ी और बड़ी हुई थी. नीतीश कुमार यदि गंभीर हैं, तो उन्हें तुरंत भतीजे के लिए कुर्सी छोड़ देनी चाहिए-काल करे, सो आज कर. वे लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव को केवल मीठे आश्वासनों में बहला कर 2025 तक मुख्यमंत्री बने रहना चाहते हैं. वे न दिल्ली की राजनीति में जाएंगे, न सीएम की कुर्सी छोड़ेंगे.


जेडीयू और आरजेडी का कोई भविष्य नहीं है- सुशील मोदी 


बीजेपी से राज्यसभा सदस्य ने कहा कि नीतीश कुमार कार्यकाल के बचे हुए दिन कुर्सी पर काट सकते हैं, लेकिन 2024 के संसदीय चुनाव के बाद जेडीयू और आरजेडी का कोई भविष्य नहीं है. बता दें कि सीएम नीतीश कुमार ने शनिवार को एक बार फिर तेजस्वी यादव को अपना उत्तराधिकारी बताया. दरअसल, मुख्यमंत्री ने तेजस्वी यादव के कंधे पर हाथ रखा और कह दिया कि ये बच्चा ही हम लोग का सब कुछ है. सीएम नीतीश कुमार शनिवार की सुबह बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह की जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित करने मुख्य सचिवालय पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए यह बात कही.


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