पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने बुधवार को कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Pm Narendra Modi), दोनों राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक रहे, दोनों एक ही विचार-प्रवाह के लिए प्रतिबद्ध रहे, लेकिन नीतीश कुमार (Nitish Kumar) बीजेपी (BJP) में फूट डालने के लिए दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) की प्रशंसा और पीएम मोदी (PM Modi) की आलोचना करते हैं, यह कुचेष्टा कभी सफल नहीं होगी. यदि पूर्व पीएम वाजपेयी की एनडीए सरकार में बीजेपी के पास अकेले ही पूर्ण बहुमत होता, तो धारा -370 (Article-370) हटाने और भव्य राम मंदिर (Ram Mandir) के पुनर्निर्माण के विघ्न दूर करने जैसे काम उसी समय हो जाते.


'नीतीश कुमार ने एनडीए को दो बार धोखा दिया'


सुशील कुमार मोदी ने कहा कि देश को कांग्रेस-मुक्त, टिकाऊ और सक्षम सरकार देने के लिए दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी ने जिस राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का गठन किया था, उसे दो बार धोखा देने वाले नीतीश कुमार आज किस मुंह से दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दे रहे हैं? नीतीश कुमार को दो बार केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री बनाने में जनसंघ-बीजेपी के शीर्ष नेता अटल बिहारी वाजपेयी की भूमिका थी, लेकिन इन्होंने लालू प्रसाद और कांग्रेस से हाथ मिला कर दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी को धोखा दिया, उनकी आत्मा कराह रही होगी.


सीएम नीतीश कुमार भ्रम में न रहें- सुशील कुमार मोदी 


बीजेपी नेता ने कहा कि अटल-आडवाणी से मोदी-शाह तक बीजेपी सदैव एक और एकजुट है. हमने अपने मूल मुद्दे कभी नहीं छोड़े, जो 2014 में लाल किले पर तिरंगा फहराने आए थे, वही 2019 में आए और अब वही अधिक शक्तिशाली होकर 2024 में भी आएंगे. नीतीश कुमार भ्रम में न रहें.


ये भी पढ़ें: Lok Sabha Election 2024: जीतन राम मांझी ने महागठबंधन के वोट बैंक की खोली परत-दर-परत पोल, रिजल्ट को लेकर किया बड़ा दावा