पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने शुक्रवार को बिहार की जनता से अपील की कि अयोध्या के रामजन्म भूमि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक अवसर पर 22 जनवरी की शाम सब लोग कम से कम पांच दीप जला कर दीपावली मनाएं और राम-विरोधी नकारात्मकता के अंधेरे में आस्था का प्रकाश फैलाएं. उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में आस्था रखने वाली कई पीढियों के संघर्ष और बलिदान के बाद अयोध्या में विराट उत्सव मनाने का जो अवसर आया हैं, वह वर्तमान पीढ़ी के हिंदुओं के लिए सौभाग्य का विषय है, जो लोग आमंत्रण मिलने के बाद भी एक सात्विक कार्यक्रम का बहिष्कार करेंगे, उनके बारे में निर्णय राम-भक्त जनता करेगी.


उन्होंने कहा कि धार्मिक मान्यता के अनुसार जिन पर दैवी कृपा नहीं होती, वे संसाधन-समय और आमंत्रण रहने के बाद भी सिद्ध मंदिरों में दर्शन नहीं कर पाते.


'आस-पास के मंदिरों में स्वच्छता अभियान चलाना चाहिए'


सुशील कुमार मोदी ने कहा कि प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले जो दस दिन शेष हैं, उस अवधि में राम-भक्तों को अपने आस-पास के मंदिरों में उसी तरह स्वच्छता अभियान चलाना चाहिए, जैसे हम बिहार के लोग छठ पर्व के समय सफाई करते हैं. इससे वातावरण में शांति और सकारात्मकता का संचार होगा. 22 जनवरी के बाद सभी हिंदू भाई-बहनों को अपनी सुविधानुसार एक बार अवश्य अयोध्या धाम की यात्रा कर सरयू में स्नान और राम लला के दर्शन करने चाहिए.


कांग्रेस ने न्योता किया अस्वीकार 


बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां जोरों शोरों से चल रही हैं. 22 जनवरी को राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आने के लिए हर क्षेत्र के दिग्गजों को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की तरफ से निमंत्रण पत्र भेजा जा रहा है. वहीं, राम मंदिर उद्घाटन के न्योता को कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने अस्वीकार कर दिया है. कांग्रेस ने कहा कि पार्टी की संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे और अधीर रंजन चौधरी 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर अभिषेक समारोह में शामिल नहीं होंगे. इसको लेकर बीजेपी जमकर कांग्रेस पर निशाना साध रही है.


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