पटना: बिहार की राजनीति इन दिनों आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव (Lalu Yadav) के करीबियों के यहां ईडी की छापेमारी पर केंद्रीत हो गई है. इसको लेकर बीजेपी (BJP) महागठबंधन पर जमकर हमला बोल रही है. इसके साथ ही सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर भी निशाना साध रही है. वहीं, पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी (Sushil Modi) ने रविवार को कहा कि 'नौकरी के बदले जमीन' घोटाले में लालू परिवार पर जांच एजेंसियों के छापे पर नीतीश कुमार चाहे जो बयान दें, लेकिन सबसे ज्यादा खुश भी वही हैं. जांच-पूछताछ की कार्रवाई के कारण तेजस्वी प्रसाद यादव (Tejashwi Yadav) को जल्द मुख्यमंत्री बनाने का आरजेडी (RJD) का दबाव टल गया है. यह जेडीयू (JDU) के लिए राहत की बात है.
'2025 तक निष्कंटक मुख्यमंत्री बने रहें'
सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार के कहने पर ललन सिंह ने सीबीआई को सबूत के कागजात उपलब्ध कराए. उन्हें पता है कि लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव सहित सभी 16 अभियुक्तों का जेल जाना तय है. नीतीश कुमार जांच की धीमी गति पर सवाल उठा रहे हैं. दरअसल, वे चाहते हैं कि जांच तेज हो, अभियुक्तों को सजा जल्द हो और वे 2025 तक निष्कंटक मुख्यमंत्री बने रहें.
लालू परिवार के 24 ठिकानों पर हुई थी ईडी की छापेमारी
बता दें कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के करीबियों पर पटना समेत दिल्ली के कई ठिकानों पर शुक्रवार को ईडी ने छापेमारी की. वहीं, राजधानी पटना के फुलवारी शरीफ स्थित आरजेडी के पूर्व विधायक अबु दोजाना के आवास पर भी शुक्रवार को ईडी ने छापेमारी की थी. लालू परिवार के 24 ठिकानों पर ईडी की छापेमारी में 600 करोड़ की हेराफेरी का खुलासा हुआ है. छापेमारी में लगभग 600 करोड़ रुपये की आपराधिक आय का पता चला है. पटना, मुंबई और रांची सहित 24 जगहों पर छापा मारा गया था.