दिल्ली: बिहार (Bihar) में मंगलवार को हुए नीतीश कुमार (Nitish Kumar) सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार (Cabinet Expansion)के बाद से वहां की राजनीति में बवाल मचा हुआ है. बीजेपी (BJP) ने आरोप लगाया है कि कानून मंत्री पद की शपथ लेने वाले कार्तिकेय सिंह (Kartikeya Singh) अपहरण के मामले में आरोपी हैं और उनके खिलाफ वारंट जारी हो चुका है. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी (Sushil Kumar Modi) ने आरोप लगाया है कि नीतीश कुमार आरजेडी (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के दवाब में काम कर रहे हैं. उन्होंने कार्तिकेय सिंह को बर्खास्त करने की मांग की है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Deputy CM Tejashwi Yadav) कभी भी नीतीश को धोखा देकर मुख्यमंत्री बन सकते हैं. 


कानून मंत्री के खिलाफ है वारंट


सुशील मोदी ने एबीपी न्यूज़ से कहा कि कार्तिकेय सिंह सजायाफ्ता अनंत सिंह के बिजनेस पार्टनर हैं. अनंत सिंह की विधानसभा की सदस्यता अभी अदालत ने खत्म की है. उन्होंने कहा कि कार्तिकेय सिंह अपहरण के एक मामले में फरार घोषित हैं. उनके खिलाफ वारंट जारी है. उन्हें 16 अगस्त को सरेंडर करना था, लेकिन वो सरेंडर करने की जगह शपथ लेने राजभवन चले गए. क्या नीतीश जी को यह बात नहीं मालूम थी कि कार्तिकेय सिंह के खिलाफ वारंट है.


सुशील मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री जब किसी को शपथ दिलवाता है तो उसका पहले पुलिस वेरिफिकेशन होता है. उसका आपराधिक रिकॉर्ड खंगाला जाता है. वहीं नीतीश जी खुद उसी बाढ़-मोकामा इलाके से आते हैं, जहां से कार्तिकेय सिंह हैं, तो क्या उनके बारे में नीतीश जी को पहले से नहीं पता था.उन्होंने ऐसे व्यक्ति को मंत्री वह भी कानून मंत्री बना दिया. मोदी ने कहा कि कार्तिकेय सिंह को कानून मंत्री इसलिए बनाया गया ताकि आरजेडी के वो मंत्री जिन पर आपराधिक मुकदमे चल रहे हैं, चाहें वह ललित यादव हों या सुरेंद्र यादव या रामानंद यादव, इन बाहुबलियों के मुकदमों को खत्म कराया जा सके. कार्तिकेय सिंह इसलिए ही मंत्री बनाए गए हैं, नहीं तो उनकी कोई योग्यता नहीं है.


कार्तिकेय सिंह को बर्खास्त करने की मांग


बीजेपी नेता ने मांग की कि नीतीश कुमार को कार्तिकेय सिंह को बर्खास्त कर देना चाहिए. इससे पहले भी जब इस तरह की घटनाएं हुई थीं तो मंत्रियों को हटाया गया था. उन्होंने कहा कि कार्तिकेय सिंह को मंत्री बनाए जाने से लगता है कि बिहार एक बार फिर लालू यादव के राज की ओर लौट रहा है. उनका जंगलराज फिर से वापस आ गया है.लोग लालू यादव-राबड़ी देवी के नाम से कांपते थे.आरजेडी ने मंत्री किसे बनाया रामानंद यादव, ललित यादव, सुरेंद्र यादव.उन्होंने कहा कि सुरेंद्र यादव पर पॉक्सो कोर्ट में मुकदमा चल रहा है.उन्होंने कहा कि ये सभी लोग बाहुबली हैं और अपने ऊपर चल रहे मुकदमे साल भर में खत्म करा लेंगे. 


सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार ने समझौता किया है. उन्होंने लालू के सामने सरेंडर किया है. इसकी कीमत उन्हें चुकानी पड़ेगी.उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के पास 45 एमएलए हैं और तेजस्वी के पास 115 एनएलए हैं. वो नीतीश कुमार की सरकार तोड़ सकते हैं. अभी देखिए कि विधानसभा अध्यक्ष किसका बनता है.उन्होंने कहा कि अगर स्पीकर आरजेडी का बन गया तो सरकार तोड़ने में बहुत समय नहीं लगेगा.उन्होंने कहा कि आरजेडी की अपनी सरकार बनाने के लिए चार-पांच विधायक ही चाहिए. ऐसे में कौन मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहेगा. 


क्या चाहते हैं लालू प्रसाद यादव


बीजेपी के इस नेता ने कहा कि लालू जी भी चाहते हैं कि तेजस्वी मुख्यमंत्री बनें. लालू जी नीतीश जी के बारे में अच्छे से जानते हैं. वो कहते रहे हैं कि कोई ऐसा सगा नहीं जिसको नीतीश ने ठगा नहीं. वो जानते हैं कि नीतीश कभी भी धोखा दे सकते हैं, हालांकि अब वो धोखा नहीं दे सकते हैं. अब अगर कोई बदला ले सकता है तो वह आरजेडी ही ले सकता है, क्योंकि वह बहुत नजदीक है बहुमत के. 


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