कटिहार: बीजेपी नेता और पूर्व डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद (Tarakishor Prasad) ने बुधवार को राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और लालू यादव (Lalu Yadav) की मुलाकात को लेकर बयान दिया. उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद जिस तरह से कांग्रेस नेता राहुल गांधी और लालू यादव की मुलाकात हुई और इस दौरान लंबी बातचीत हुई. सीएम नीतीश कुमार उसी वक्त से घबराहट में जी रहे हैं. नीतीश कुमार को पता चल गया है कि लालू यादव उन्हें राजनीतिक हाशिए पर लाना चाहते हैं. लालू यादव को भी पता है कि जब तक नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं, उनके पुत्र तेजस्वी यादव बिहार के मुख्यमंत्री नहीं बन सकते हैं. नीतीश कुमार को राजनीतिक हाशिए पर लाने के लिए लालू यादव ने राहुल गांधी से मुलाकात की थी.


'बेंगलुरु बैठक में संयोजक तक का चयन नहीं हो पाया'


तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि आपने देखा होगा कि बेंगलुरु में जब 'इंडिया' गठबंधन की बैठक हुई तो प्रेस कांफ्रेंस से पहले ही नीतीश कुमार चले गए. कांग्रेस बैठक के दौरान पूरी तरह से हावी रही कि कैसे नीतीश कुमार को कैसे 'इंडिया' गठबंधन से बाहर किया जाए, उसकी तैयारी भी चल रही है. बेंगलुरु बैठक में संयोजक तक का चयन नहीं हो पाया, यह जबकि दूसरी बैठक थी. इसके बावजूद भी संयोजक का निर्णय नहीं हो पाया. प्रधानमंत्री पद के दावेदारी और संभावित उम्मीदवार का नाम तो आप छोड़ दीजिए, ये संयोजक भी नहीं बना पाएं. नीतीश कुमार ने जबकि विपक्षी दलों के गठबंधन कैसे हो? इसकी शुरुआत की थी.


मीसा भारती के घर पहुंचे थे राहुल गांधी


बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी शुक्रवार (4 अगस्त) को दिल्ली में लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती के घर पहुंचे थे. यहां उन्होंने आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के साथ बैठक की. ये बैठक करीब सवा दो घंटे तक चली राहुल गांधी के साथ कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह भी मौजूद रहे. वहीं, इससे पहले राहुल गांधी ने बिहार के पटना में लालू यादव के साथ बैठक की थी.


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