दरभंगा: अरुणाचल प्रदेश में जदयू के 6 विधायकों के पाला बदलकर भाजपा में शामिल हो जाने के सवाल पर बिहार में भाजपा और जदयू के नेता इनदिनों असहज महसूस कर रहे हैं. ऐसे मंत्रियों और नेताओं से पत्रकार जब भी सवाल कर रहे हैं तो जवाब में वे कन्नी काटने लगते हैं. ऐसा ही एक वाकया दरभंगा जिले के केवटी में देखने को मिला जहां कवीश्वर चंदा झा सम्मान समारोह में शिरकत करने पहुंचे भाजपा के जाले से विधायक और बिहार सरकार के पर्यटन, श्रम संसाधन और खनन मंत्री जीवेश कुमार से पत्रकारों ने जब अरुणाचल प्रदेश की घटना के संबंध में सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि वे बिहार में रहते हैं और मीडियाकर्मी उनसे बिहार से संबंधित सवाल पूछें, कहां अरुणाचल प्रदेश चले जाते हैं.


वहीं, थोड़ी देर बाद मंत्री जीवेश कुमार ने कहा कि बिहार में इसका कोई असर नहीं पड़ेगा. बिहार में एनडीए मजबूत है और यहां एनडीए की सरकार 5 साल तक चलेगी और खूब विकास करेगी.


इधर, मंत्री से जब राज्य में बालू के दाम में बेतहाशा वृद्धि से संबंधित सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि बालू के मूल्य वृद्धि पर सरकार का सीधे-सीधे नियंत्रण नहीं है. उन्होंने कहा कि ज्यादा भारी ट्रकों के आवागमन पर नियंत्रण किया जा रहा है क्योंकि इससे सड़क और पुल जल्दी टूटते हैं. इसलिए ट्रक ऑनर एसोसिएशन बालू की किल्लत को बढ़ा-चढ़ा कर पेश कर रहे हैं.


उन्होंने कहा कि जल्द ही इसका वैकल्पिक उपाय खोजा लिया जाएगा. मंत्री ने कहा कि सरकार की नजर बालू की कीमत पर है और ऐसे उपाय किए जाएंगे जिससे की बालू की कीमत नहीं बढ़े और इसकी कमी भी नहीं हो.


गौरतलब है कि हाल ही में अरुणाचल प्रदेश के 6 जदयू विधायक एक साथ पाला बदलकर भाजपा में चले गए हैं. इससे बिहार में भाजपा-जदयू के रिश्तों में दरार पड़ने की बात सामने आ रही है. जदयू नाराज है और पार्टी का शीर्ष नेतृत्व लगातार भाजपा पर हमलावर है. जबकि भाजपा की बिहार इकाई बचाव की मुद्रा में है और इस वाकये का बिहार में उनके रिश्तों पर कोई असर न पड़ने की बात कहते हुए सफाई देती फिर रही है.