पटना: नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) ने लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा राज्य के अधिकांश जिलों में भू-जल स्तर अधिक नीचे जाने के रिपोर्ट पर बुधवार को चिंता जताई. उन्होंने कहा है कि राज्य में चार वर्षों से जल जीवन हरियाली योजना (Jal Jeevan Hariyali Yojana)के लागू रहने के बाबजूद भू-जल स्तर का नीचे गिरना इस योजना की विफलता को दर्शाता है. 2019-22 की अवधि में लगभग 25000 करोड़ रुपये इस योजना पर खर्च निर्धारित था, लेकिन इसमें व्याप्त भ्रष्टाचार के कारण अपेक्षित लक्ष्य की प्राप्ति नहीं हुई.
'वृक्षारोपण के कार्यक्रम के साथ खिलवाड़ किया गया है'
विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि राज्य में नदी, तालाब और छोटे बड़े सभी जलाशय सूखते जा रहे हैं. राज्य में 2020 से वर्षा की लगातार कमी हो रही है. इसी के कारण साल दर साल भू-जल स्तर नीचे जा रहा है. जल जीवन हरियाली योजनाओं के तहत वृक्षारोपण के कार्यक्रम के साथ खिलवाड़ किया गया है. राज्य में यह संकट भविष्य के संकट की ओर इशारा कर रहा है. आज जरूरत इस बात की है कि राज्य में जल संरक्षण के लिए जल स्रोतों में पानी की प्रचुरता रखते हुए हम जल क्षय को रोकें. सूखे की विषम परिस्थिति भी पैदा हो गई है.
नीतीश सरकार से सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए- नेता प्रतिपक्ष
नेता प्रतिपक्ष ने कहाने नीतीश सरकार से सर्वदलीय बैठक बुलाकर इस जल संकट का समाधान हेतु आग्रह किया. उन्होंने कहा कि इस गंभीर विषय पर दलीय भावनाओं से ऊपर उठकर कार्य करने की जरूरत है. बूंद बूंद पानी के लिए तरस रहे नदियों और जलाशय के क्षरण को अविलंब रोकने की आवश्यकता है. सरकार को इस जल संकट से उबरने हेतु जन सहयोग और जन भागीदारी का भी सहारा लेना चाहिए. फलस्वरूप जन जन में जल संचय की चेतना का प्रवाह होगा.