पटना: नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) ने 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सोमवार को कांग्रेस (Congress) पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण कांग्रेस पार्टी की पूंजी है. इनकी राजनीति और कार्यकलाप इन्हीं उद्देश्यों के इर्द-गिर्द घूमती है. इनके साथी दल के नेता पशुओं के चारा को भी नहीं बख्शते हैं. पिछली चार पीढ़ियों से देश को इन्होंने मिलकर लूटा है. देश की महान जनता कांग्रेस के खेल को अब पूरी तरह से समझ चुकी है. इसके परिणाम स्वरूप ये 9 सालों से देश की सत्ता से बाहर हैं. इनको लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के लिए जरूरी सदस्य संख्या से भी दूर रखा है.
विजय सिन्हा ने लगाया आरोप
विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि संपूर्ण भारतवर्ष कांग्रेस पार्टी द्वारा आजादी के समय किया गया देश विभाजन के पाप का खामियाजा अभी भी भुगत रहा है. देश विभाजन के समय लाखों लोगों की जान गई और हजारों घर उजड़ गए. विधवा औरतों और अनाथ बच्चों की सिसकियों में हिन्दुस्तान कांप रहा था. लोगों का एक दूसरे पर से विश्वास उठ गया था. इन सब की अनदेखी करते हुए कांग्रेस पार्टी के नेता सत्ता प्राप्त करने और सुख भोगने के इंतजाम में लगे हुए थे.
'कांग्रेसियों ने स्वार्थ के लिए देश का बेड़ा गर्क कर दिया'
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कांग्रेसियों ने निजी स्वार्थ के लिए देश का बेड़ा गर्क कर दिया. 60 वर्षों के शासन काल में देश को अपना जागीर समझा और कमजोर कर दिया. सोने की चिड़िया वाले भारत देश को पहले मुगलों, फिर अंग्रेजों और अंत में कांग्रेस ने तबाह कर दिया. भारत को गरीब बना दिया. समाजवाद लाने और गरीबी हटाने के नाम पर देश का खजाना खाली कर दिया. भारत की आर्थिक तरक्की और चहुमुखी विकास में ये हमेशा बाधक बने रहे.
कांग्रेस पर साधा निशाना
बीजेपी नेता ने कहा कि देश की जनता ने नरेंद्र मोदी पर बार-बार विश्वास व्यक्त किया है. 2024 के चुनाव में भी तीसरी बार जनता इन्हें प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी देने के लिए संकल्पित है. सत्ता लोलुप कांग्रेस पार्टी और इनके सहयोगी दल अभी भी तुष्टिकरण की राजनीति करते हुए एक बार फिर देश विभाजन का सपना लेकर आगे बढ़ रहे हैं, लेकिन नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी कभी भी इनके सपनों को पूरा नहीं होने देगी.
ये भी पढ़ें: Independence Day 2023: 15 अगस्त के दिन पटना में सुबह निकलने से पहले जान लें रूट, इस्तेमाल करें ये वैकल्पिक रास्ते