Manipur Opposition Visit: विपक्ष के मणिपुर दौरा को लेकर BJP का JDU पर तंज- कांग्रेस इन्हें 'A' टीम लायक भी नहीं समझती
Vijay Kumar Sinha Statement: नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा मणिपुर दौरा को लेकर जेडीयू को आड़े हाथों लिया. उन्होंने शनिवार को इशारों-इशारों में सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा.
पटना: बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) ने शनिवार को मणिपुर दौरा (Manipur Opposition Visit) के लिए विपक्षी प्रतिनिधिमंडल में जेडीयू (JDU) के शामिल होने पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि इन सभी नेताओं को पहले बिहार के बेगूसराय, कटिहार और दरभंगा का दौरा करना चाहिए. मणिपुर जाने वाली सांसदों की टीम में जेडीयू को 'बी' टीम में रखा गया है. जेडीयू के नेता प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं, लेकिन कांग्रेस (Congress) पार्टी ने इन्हें टीम ‘ए' लायक भी नहीं समझी है. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और एक राज्यसभा सदस्य को टीम 'बी' टीम में भेजा गया है.
विजय सिन्हा ने जेडीयू को दी सलाह
विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष को पहले बिहार के बेगूसराय, कटिहार और दरभंगा का दौरा कर उन जगहों पर पीड़ित दलित, हिन्दुओं और महिलाओं का आंसू पोछना चाहिए. बेगूसराय के तेघड़ा में दलित महिला का चीरहरण, भागलपुर में पिछड़ा समाज के महिला का अंग काटा जाना, दलित के शव पर लाठी चलाना और पेशाब करना और अररिया में दलितों के साथ दरिंदगी जैसी अनेक घटानाएं राज्य में घटी है. इन घटनाओं ने देश में बिहार को शर्मसार कर दिया है.
कांग्रेस पर साधा निशाना
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बिहार में विपक्ष के मुश्तैदी के कारण लाचार होकर प्रशासन को अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए मजबूर होना पड़ता है. भारतीय जनता पार्टी के जनप्रतिनिधि अपराधिक वारदातों को जोर-शोर से उठाते हैं और सरकार का ध्यान आकृष्ट करते हैं. विपक्षियों ने मणिपुर की घटना पर 72 दिन के बाद सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया, यहां भी वे अपने कर्तव्य निर्वहन में विफल रहे.
'ये लोग अपना-अपना एजेंडा लेकर चला रहे हैं'
बीजेपी नेता ने कहा कि केंद्र सरकार के प्रयास से मणिपुर की हालत सामान्य हो रही है. मणिपुर में तेजी से शांति और व्यवस्था बहाल होते देखकर विपक्षियों को पच नहीं रहा है और ये उसे बिगाड़ने में लग गए हैं. देश जानता है कि इन विपक्षियों का इतिहास लोकतंत्र की हत्या और संविधान का अपमान करना है, इन्हें ना तो जनता की परवाह है और न ही देश की परवाह है. अपने स्वार्थ और अहंकार की राजनीति में डूबे ये सभी लोग अपना-अपना एजेंडा लेकर चला रहे हैं, जो देश हित में नहीं है. देश की जनता ने पिछले नौ वर्षो में इनका दुकान बंद कर दिया है.