पटना: जेडीयू ने 'भीम संसद' के जरिए दलित और महादलित को साधने की कोशिश की है. इसको लेकर जेडीयू (JDU) ने रविवार को राजधानी पटना में एक बड़े कार्यक्रम का आयोजन किया है. वहीं, इसको लेकर नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) ने महागठबंधन सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि आज अंतिम पंक्ति में बैठने वाले व्यक्ति को अंतिम पंक्ति में बैठाने वाला कौन है, ये सब समझ रहे हैं. बिहार बहुत आगे था वो पीछे कैसे जा रहा है? इसके लिए कौन जिम्मेदार है? भ्रष्टाचारी और वंशवादी मानसिकता के लोगों से बिहार मुक्ति चाहता है. मुक्ति के लिए सबका साथ-सबका विकास का महामंत्र सबके घरों तक पहुंचेगा.
जेडीयू ने लगाई अपनी पूरी ताकत
कहा जा रहा है कि बीजेपी के जाति आधारित आयोजनों के जवाब में जेडीयू भीम संसद का आयोजन की है. पटना में आयोजित भीम संसद को लेकर जेडीयू ने अपनी पूरी ताकत लगा दी. वहीं, भीम संसद को लेकर बिहार के मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि आज संविधान और आरक्षण खतरे में है. संविधान बदलने की कोशिश की जा रही है तो सांप्रदायिक ताकतें समाज में वैमनस्यता फैला रही हैं.
जेडीयू ने बिहार की राजनीति में नई हवा फूंकी
बता दें कि पटना के वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में भीम संसद सह सम्मान समारोह का रविवार को आयोजन किया गया है. इसकी अगुवाई जेडीयू कोटे के दलित मंत्री अशोक चौधरी, मंत्री सुनील कुमार और रत्नेश सदा कर रहे हैं. जेडीयू की मुहिम है कि अब 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारी में दलितों को एकजुट किया जाए. आने वाले समय में लोकसभा चुनाव के साथ बिहार में 2025 में विधानसभा का भी चुनाव होना है. इस बीच सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू भीम संसद का आयोजन कर बिहार की राजनीति में नई हवा फूंक दी है.
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