BJP के 195 उम्मीदवारों में बिहार से कोई नाम नहीं, क्या है वजह? जानिए कहां फंस रहा मामला
Lok Sabha Elections 2024: पशुपति पारस और जमुई से सांसद चिराग पासवान हाजीपुर पर दावा ठोक रहे हैं. जीतन राम मांझी गया सीट से दावा ठोक रहे हैं. समझिए क्या चल रहा है.
पटना: 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर अब कैंडिडेट के नाम सामने आने लगे हैं. शनिवार (02 मार्च) को बीजेपी ने पहली लिस्ट में 195 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है. इस लिस्ट में हैरान कर देने वाली बात है कि इसमें बिहार की एक सीट भी शामिल नहीं है. बीजेपी की पहली लिस्ट में पड़ोसी राज्य झारखंड, उत्तर प्रदेश और बंगाल तक की सीटें हैं लेकिन फिलहाल बिहार में मामला फंसा है. समझिए क्या वजह है.
दरअसल बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं. एनडीए में अभी तक सीटों का बंटवारा नहीं हो सका है. एनडीए गठबंधन में जीतन राम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा और लोजपा के दोनों गुट में किसे कितनी सीटें दी जाएंगी यह तय नहीं हुआ है. बीजेपी और जेडीयू कितनी-कितनी सीटों पर लड़ेगी यह भी देखना है. सीटों के बंटवारे के साथ सबसे बड़ी बात यह भी है कि कौन कहां से लड़ेगा. इस तरह के तमाम सवाल हैं जिसके चलते अभी तक सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है और बीजेपी की ओर से जारी हुई पहली लिस्ट में बिहार से कोई नाम नहीं है.
कई सीटों पर पहले से हो रही दावेदारी
बता दें कि सीटों का बंटवारा भले न हुआ हो लेकिन पहले से ही कई नेता अपने-अपने दावे करते नजर आ रहे हैं. पशुपति पारस और जमुई से सांसद चिराग पासवान हाजीपुर पर दावा ठोक रहे हैं. जीतन राम मांझी गया सीट से दावा ठोक रहे हैं. उधर उपेंद्र कुशवाहा का मन है कि वह काराकाट सीट से लड़ें.
बिहार में पिछली बार के लोकसभा इलेक्शन की बात करें तो बीजेपी और जेडीयू ने 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ा था. बीजेपी सभी 17 सीट जीत गई थी. जेडीयू को 16 सीटों पर जीत मिली थी. इस बार एनडीए में छह दल हैं. ऐसे में सीटों के बंटवारे को लेकर मामला फंस रहा है. खबर है कि मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी की भी एनडीए में बातचीत चल रही है. इस तरह अगर दल बढ़े तो यह तय है कि बीजेपी और जेडीयू को अपनी सीटों के साथ समझौता करना पड़ सकता है.
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