Bihar NDA Politics: बिहार NDA में सीट शेयरिंग का पेंच सुलझ गया? एलान को लेकर राजनीतिक सुगबुगाहट हुई तेज
Lok Sabha Elections 2024: बिहार एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. वहीं, रविवार को इसकी घोषणा की बात कही जा रही है.
Bihar NDA Politics: 2024 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) का नोटिफिकेशन जारी हो चुका है. मुख्य चुनाव आयुक्त ने चुनाव की तिथियों का एलान कर दिया है. 19 अप्रैल को प्रथम चरण का चुनाव होगा, लेकिन अभी तक एनडीए गठबंधन में सीट बंटवारा नहीं हुआ है, लेकिन संभावना जताई जा रही है कि आज रविवार को किसी भी वक्त एनडीए (NDA) की ओर से सीट शेयरिंग की घोषणा कर दी जाएगी. बीजेपी के प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने कहा है कि आज कुछ घंटे में सीट शेयरिंग हो सकती है तो जीतन राम मांझी ने भी कल गया में कहा था कि रविवार को सीट शेयरिंग की घोषणा कर दी जाएगी. हालांकि इसकी अभी कोई अधिकारी के पुष्टि नहीं की गई है.
वहीं, इन सब के बीच जेडीयू नेता राज्यसभा सांसद संजय झा (Sanjay Jha) रविवार को सीएम आवास नीतीश कुमार से मिलने पहुंचे.
चर्चा में है हाजीपुर सीट
बिहार में लोकसभा की 40 सीट है और सभी सीटों पर 'इंडिया' और एनडीए गठबंधन तैयारी में है तो 40 सीटों में सबसे हॉट अभी हाजीपुर सीट बन गया है. अभी भी हाजीपुर लोकसभा सीट को लेकर संसय बरकरार है. हाजीपुर सीट पर एनडीए में शामिल चाचा पशुपति और भतीजे चिराग की लड़ाई लगातार जारी है. हालांकि यह कहा जा रहै है कि चिराग पासवान को एनडीए की ओर से 5 सीट मिल सकती है तो वहीं, पशुपति पारस को एक भी सीट नहीं मिलने की बात बताई जा रही है. चिराग को 5 सीटों में हाजीपुर सीट भी मिलना तय माना जा रहा है. अब सवाल उठता है कि हाजीपुर के वर्तमान सांसद पशुपति पारस क्या करेंगें?
हाजीपुर सीट के लिए मचा है घमासान
2 दिन पूर्व पशुपति पारस ने दिल्ली में कहा था कि हम एनडीए के पार्ट है, लेकिन हम हर हाल में हाजीपुर लोकसभा से चुनाव लड़ेंगे. हमें एनडीए से सीट नहीं मिलती है तो हम कहीं भी जाने के लिए स्वतंत्र हैं. बिहार की राजनीति में यह कयास लग रहा है कि अगर पशुपति पारस को एनडीए एक भी सीट नहीं देती है तो महागठबंधन का दामन पारस थाम सकते हैं और हाजीपुर से चाचा-भतीजे की लड़ाई हो सकती है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पशुपति पारस को राज्यसभा जाने की बात कही गई है, लेकिन पारस हाजीपुर सीट के लिए अड़े हुए हैं और हर हाल में हाजीपुर से चुनाव लड़ने की बात कह रहे हैं.
ऐसे में हाजीपुर की जनता चाचा और भतीजे में किस पर विश्वास करेगी? इसका रिजल्ट तो 4 जून को मिलेगा, लेकिन यह तय है कि इस बार 40 लोकसभा सीट में हाजीपुर सीट सबसे दिलचस्प होगा.