पटना: बिहार में हर साल जून के अंत में बड़े पैमाने पर सरकारी कर्मियों और अधिकारियों का तबादला होता है. 30 जून यानी कल सभी विभागों को मिलाकर बिहार में 1500 हज़ार से भी अधिक पदाधिकारियों का तबादला किया गया है. तबादले को लेकर राज्य में हमेशा से राजनीति होती आई है. विपक्ष के नेता अक्सर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी के नेताओं पर ट्रांसफर-पोस्टिंग में वसूली करने का आरोप लगाते रहे हैं. लेकिन इस बार विपक्ष नहीं बल्कि सत्ताधारी दल के विधायक ने अपने ही सरकार के मंत्रियों पर तबादले के नाम पर वसूली का आरोप लगाया है. साथ ही पूरे मामले की जांच की मांग की है.


अफसरों को कई बार किया कॉल


बाढ़ विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने गुरुवार को कहा कि इस बार के तबादले में खुलकर पैसे लिए गए हैं. इसमें ज्यादातर बीजेपी के मंत्री शामिल हैं.  एक-एक अफसर को 5-5 बार फोन किया गया कि आइये पैसा दीजिए, तो आपका ट्रांसफर होगा. पैसे देने पर भी जिनका ट्रांसफर नहीं हुआ, उन्होंने शिकायत भी की है. विभाग के लोगों ने भी बताया है कि खुलकर पैसे लिए जा रहे हैं. सेक्रेटरी के विरोध के बावजूद भी ये काम हो रहा है."


उन्होंने कहा, " इस पूरे मामले में जेडीयू के भी एक मंत्री जो इंजीनियरिंग विभाग से संबंधित है और दूसरी पार्टी से आकर जेडीयू में शामिल हुए हैं, उनका नाम सामने आ रहा. उनके विभाग के अभियंताओं में भी जोरों से चर्चा हो रही है कि उन्होंने ने भी जमकर पैसे लिए हैं."


 






मुख्यमंत्री से करेंगे मुलाकात


बीजेपी विधायक ने कहा, " मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तबीयत खराब होने के कारण उनसे मुलाकात नहीं हुई है, लेकिन जैसे ही वे ठीक होंगे उनसे मिलकर ये सारी बातें बताऊंगा. इस बार जेडीयू के एक-आध मंत्री ही शामिल हैं, पर बीजेपी के ज्यादातर मंत्री इसमें शामिल हैं. नीतीश कुमार के कारण इन सभी चीजों पर जेडीयू में नियंत्रण है. वहीं, जो एक मंत्री हैं, वो अभी नीतीश कुमार को पूरी तरह जान भी नहीं पाए हैं."


बीजेपी के मंत्रियों के नाम का खुलासा करने के संबंध में उन्होंने कहा, " नाम का खुलासा मैं समय आने पर करूंगा. अभी इतना काफी है. मेरे पास ऐसे बहुत लोग आए थे जिनसे पैरवी के लिए पैसे लिए गए हैं." उन्होंने कहा, " अभी एलायंस की सरकार है. ऐसे में पार्टी जिसका नाम आगे करेगी वही मंत्री बनेंगे. नीतीश कुमार ने किसी को खुद से मंत्री बनाया नहीं है." 


पांच साल चलेगी सरकार


क्या बिहार में सरकार गिर जाएगी? सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, " एनडीए सरकार को इससे कोई खतरा नहीं. वो तो आगे के लिए और सतर्क हो जाएगी. भले विपक्ष कुछ भी बोलता रहे पर सरकार पूरे पांच साल चलेगी."


इधर, बीजेपी विधायक द्वारा अपने ही सरकार के मंत्रियों पर गंभीर आरोप लगाए जाने के मामले में आरजेडी ने प्रतिक्रिया दी है. आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंज तिवारी ने कहा, " बीजेपी के विधायक ने सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार की पोल खोलकर रख दी है. अब सत्तापक्ष के लोगों को जवाब देनी चाहिए. नेता प्रतिपक्ष जो लगातार आरोप लगा रहे थे, वही आरोप बीजेपी नेता भी लगा रहे हैं."


उन्होंने कहा, " सरकार में 80% लोग भ्रष्टाचारी हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री को जवाब देना चाहिए कि भ्रष्टाचार का खेल किस तरह हो रहा है? अब सत्ताधारी दल के नेता ही सरकार पर सवाल खड़े कर रहे हैं. जिस तरह बीजेपी विधायक ने आरोप लगाया है ये गंभीर मसला है और बिहार की जनता की गाढ़ी कमाई को लूटने वालों को इतनी छूट नहीं दी जाएगी."


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