सहरसा: बीजेपी विधायक सह पूर्व मंत्री नीरज कुमार बबलू (BJP Neeraj Kumar Bablu) ने बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर (Chandrashekhar) के रामचरितमानस (Ramcharitmanas) को लेकर दिए गए विवादित बयान पर कहा कि उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. नीरज कुमार बबलू ने गुरुवार को सहरसा में मीडिया को यह बयान दिया. उन्होंने बिहार के शिक्षा मंत्री (Bihar Education Minister) से इस्तीफा लेने के लिए भी कहा है.


बिहार ही नहीं बल्कि यूपी समेत कई राज्यों में शिक्षा मंत्री के बयान के बाद बवाल मचा हुआ है. कई हिन्दू संगठनों के लोग और कई संत महात्मा के साथ बीजेपी  के कई नेता भी इसको लेकर आपत्ति जताई है. इसी कड़ी में छातापुर विधानसभा के बीजेपी विधायक नीरज कुमार बबलू शिक्षा मंत्री पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि जब शिक्षा मंत्री ही इस तरह का विवादित बयान देंगे तो बिहार में शिक्षा का क्या होगा.


ठेस पहुंचाने वाला बयान: नीरज बबलू


नीरज बबलू ने आगे कहा कि जो वर्षों पुराना हम लोगों का एक धार्मिक ग्रंथ है रामचरित मानस, इस पर शिक्षा मंत्री ने हिंदूओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला बयान दिया है. कहा- "मुझे लगता है कि इन लोगों की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. हमको लगता है कि किसी धर्म के लोगों को खुश रखने के लिए इस तरह का अनाप-सनाप बयान देते हैं. अगर ऐसा बयान देंगे तो हिंदू धर्म के लोग इनसे पूछेंगे कि रामचरितमानस अगर गलत है तो जवाब दो कि तुम कौन से धर्म के लोग हो."


बता दें कि प्रोफेसर चंद्रशेखर ने यह बयान दिया है कि रामचरितमानस ग्रंथ समाज में नफरत फैलाने वाला ग्रंथ है. यह समाज में पिछड़ों, महिलाओं और दलितों को शिक्षा हासिल करने से रोकता है. यह उन्हें बराबरी का हक देने से रोकता है. चंद्रशेखर ने दावा किया कि बाबा साहब आंबेडकर भी मनुस्मृति के खिलाफ थे. मनुस्मृति के बाद रामचरितमानस ने नफरत के इस दौर को आगे बढ़ाया.


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