सांसद संजय राउत को लीगल नोटिस भेजने के बाद BJP MLA नीरज कुमार बबलू ने कही यह बात
नीरज कुमार बबलू ने कहा कि संजय राउत ने जिस तरह से आपत्तिजनक लेख लिखा, उससे सुशांत के लाखों फैन्स का दिल आहत हुआ है.
सहरसा: एक्टर सुशांत सिंह राजपूत और उनके पिता के बीच संबंधों में टकराव को लेकर आपत्तिजनक लेख मामले में अभिनेता सुशांत सिंह के चचेरे भाई और बीजेपी विधायक नीरज कुमार बबलू ने शिवसेना सांसद संजय राउत को कोर्ट नोटिस भेजकर माफी मांगने के लिए 48 घंटे की मोहलत दी है.
इस संबंध में नीरज ने कहा, " संजय राउत ने लेख में ये लिखा कि सुशांत के पिता की दो शादी हुई थी, इसलिए सुशांत को अपने पिता से तकलीफ थी और इसी वजह से दोनों के संबंध अच्छे नहीं थे. ऐसे समय में जब जांच चल रही है. ऐसी भ्रामक बातें फैलाना एक सुनियोजित साजिश है. इसी बातो को लेकर हमनें उन्हें एक नोटिस भेजा है कि आप अपना बयान वापस लेकर खेद व्यक्त करें. अगर वो खेद व्यक्त नहीं करते हैं तो मैं उनपर मानहानी का मुकदमा दर्ज करूंगा."
नीरज ने कहा, " संजय राउत ने जिस तरह से आपत्तिजनक लेख लिखा, उससे सुशांत के लाखों फैन्स का दिल आहत हुआ है. हमें कई फोन कॉल्स आए कि इस मामले में हमलोग मुकदमा दर्ज करेंगे, लेकिन हमने मना किया. ऐसे समय में जब लाखों लोग सुशांत के पिताजी के साथ हैं, उस परिस्थिति में एक नेता जो सांसद हैं उनका इस तरह का बयान देना दुखद है."
हालांकि इस पर संजय राउत ने कहा, " ऐसे नोटिस मुझे हर रोज मिलते हैं, मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता है. मैंने जो लिखा वो तथ्य पर आधारित बात है.
विधायक नीरज कुमार बबलू ने बिहार पुलिस पर महाराष्ट्र में दर्ज हुए मुकदमे को लेकर कहा, " अगर बिहार पुलिस वहां जांच को गई थी और इससे सरकार को कोई आपत्ति है तो उन्हें सामने आना चाहिए, न कि किसी संगठन को ? जहां तक करणी सेना का सवाल है, तो लगातार सुशांत के निधन के बाद से उनका बयान आ रहा है. गोगामेड़ी जी उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, उन्होंने पटना आकर संवेदना व्यक्त की, हमलोगों से बात की और हमारे साथ आवाज उठाने का काम किया. जहां सपोर्ट मिलना है सुशांत को वहां उन्होंने प्रयास किया, अब ये कौन सा संगठन सामने आया है मुझे नहीं पता."
रिया द्वारा यूरोप टूर में सुशांत की तबियत खराब होने के बयानों को लेकर नीरज ने कहा " रिया तो ये बात बोलकर खुद फंस गई, जब उन्हें ये लगा कि उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है, तो उन्हें तत्काल उनके परिजनों को खबर भेजनी चाहिए और उनके उपचार के लिए कहना चाहिए. उसने सूचना नहीं देकर एक अपराध किया है. कहीं न कहीं उसमें धकेलने का प्रयास किया है, मानसिक स्थिति खराब करने का प्रयास किया है."