(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Bihar Politics: पाला बदलते ही राजू सिंह ने बताई मुकेश सहनी की 'हैसियत', कहा- सब जानते हैं कौन है 'लंगूर'
Bihar Politics: बीजेपी विधायक ने कहा, " हम आत्मसम्मान से समझौता नहीं कर सकते थे, इसलिए बीजेपी में आ गए. बीजेपी में आने का फैसला मैंने, विधायक मिश्री लाल यादव, विधायक स्वर्णा सिंह ने खुद लिया है."
पटना: यूपी चुनाव में बीजेपी (BJP) के खिलाफ जाकर किस्मत आजमाने वाले मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) को अब बीजेपी की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है. पहले तो पार्टी ने उनसे बोचहां विधानसभा सीट छीन ली और फिर उनके तीनों विधायकों को बुधवार को बीजेपी में शामिल करा कर उन्हें बड़ा झटका दिया. इधर, वीआईपी (VIP) से भी बीजेपी में आने के बाद सहनी के विधायक भी उनपर हमलावर हैं. वीआईपी से बीजेपी में शामिल हुए विधायक राजू सिंह (Raju Singh) ने गुरुवार को सहनी पर हमला बोला.
पार्टी नहीं कंपनी चला रहे थे सहनी
उन्होंने कहा, " वीआईपी चीफ मुकेश सहनी विकासशील इंसान पार्टी को एक निजी कंपनी की तरह चला रहे थे. ऐसी परिस्थिति में हम लोग उनके साथ काम नहीं कर सकते थे. मुझे वह बोल रहे हैं कि मैं लंगूर हूं और अंगूर के लिए बीजेपी में आया हूं. मैं मंत्री बनने नहीं आया. मैं कहना चाहता हूं कि सहनी 2020 का बिहार विधानसभा चुनाव हार गए थे. बीजेपी ने एमएलसी बनाकर मंत्री बनाया. तो लंगूर कौन है यह सबको पता है."
बीजेपी आलाकमान करेगी फैसला
राजू सिंह ने कहा, " मुकेश सहनी को मंत्री पद से इस्तीफा देना चाहिए या नहीं. इस बारे में मैं कुछ टिप्पणी नहीं करना चाहता, इसका फैसला बीजेपी आलाकमान करेगी. हम लोग बीजेपी के कैंडिडेट थे, जो 2020 का विधानसभा चुनाव बिहार में वीआईपी पार्टी के सिंबल पर लड़े थे. अब हम लोग बीजेपी में वापस आ गए हैं. घर वापसी हुई है. मजबूती से पार्टी के लिए काम करेंगे. मुकेश सहनी को शुभकामनाएं देता हूं कि उनका राजनीतिक भविष्य अच्छा रहे. वो पार्टी में हम लोगों की अनदेखी करते थे. अपमानित करते थे."
सहनी पार्टी में करते थे अनदेखी
बीजेपी विधायक ने कहा, " हम आत्मसम्मान से समझौता नहीं कर सकते थे, इसलिए बीजेपी में आ गए. बीजेपी में आने का फैसला मैंने, विधायक मिश्री लाल यादव, विधायक स्वर्णा सिंह ने खुद लिया है. बता दें बीजेपी ने मुकेश सहनी को बड़ा झटका दिया है. उनके तीनों विधायक बीजेपी में शामिल हो गए हैं.
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