Bihar Budget Session: 'मंत्री जी तो हइए नहीं हैं', सदन में सहनी की गैरमौजूदगी पर भड़के BJP विधायक, इस सवाल का चाहते थे जवाब
बीजेपी विधायक ने विधानसभा में कहा कि जांच को सात महीने हो गए हैं. उसमें क्या निकला? यह मंत्री मुकेश सहनी को बताना चाहिए. मुझे उनसे जवाब चाहिए. लेकिन सहनी आज विधानसभा में मौजूद नहीं थे.
पटना: बिहार विधानसभा का बजट सत्र (Bihar Budget Session) जारी है. सत्र के दौरान विपक्ष तो हमलावर नजर आ ही रहा है. साथ-साथ सत्ता पक्ष के नेता भी अपनी ही सरकार के मंत्रियों को घेरते नजर आ रहे हैं. इसी क्रम में गुरुवार को प्रदेश के पशुपालन एवं मतस्य पालन मंत्री मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) पर उनके सहयोगी दल बीजेपी (BJP) के विधायक संजय सरावगी (Sanjay Sarawagi) ने सवाल उठाए हैं. सदन की कार्यवाही के दौरान उन्होंने मंत्री के कामकाज पर प्रश्नचिन्ह खड़े किए.
इस बात से नाराज थे बीजेपी विधायक
बीजेपी (BJP) विधायक संजय सरावगी ने सदन में कहा कि पशुपालन विभाग के तहत कॉम्फेड में नियुक्तियां होनी हैं. नतीजे घोषित हो चुके हैं. लेकिन मंत्री मुकेश सहनी के पीत पत्र के बाद बहाली पर रोक दिया गया. इस बाबत विभाग के निदेशक की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि मंत्री के पीत पत्र के बाद नियुक्ति पत्र पर रोक लगी है. बताया गया कि गड़बड़ियों की सूचना के बाद रोक लगी है. ऐसे में निष्पक्ष जांच होने के बाद नियुक्ति की बात कही गई है.
प्रभारी मंत्री के जवाब नहीं हुए संतुष्ट
इस मुद्दे पर सवाल उठाते हुए बीजेपी विधायक ने विधानसभा में कहा कि जांच को सात महीने हो गए हैं. उसमें क्या निकला? यह मंत्री मुकेश सहनी को बताना चाहिए. मुझे उनसे जवाब चाहिए. वहीं, पशुपालन एवं मत्स्य पालन मंत्री मुकेश सहनी आज विधानसभा में मौजूद नहीं थे. उनकी गैरमौजूदगी में मंत्री संतोष सुमन ने पूरे मामले पर बयान दिया. संतोष सुमन ने कहा कि सभी की बहाली जल्द की जाएगी. हालांकि, सरावगी संतोष सुमन के जवाब से संतुष्ट नहीं दिखे. लगातार सवाल उठाते रहे. वहीं, प्रभारी मंत्री संतोष सुमन विधायक सरावगी के प्रश्नों का सामना नहीं कर पाए.
विधानसभा अध्यक्ष ने लिया संज्ञान
इस दौरान बिहार विधानसभा के स्पीकर विजय सिन्हा ने पूरे मामले का संज्ञान लिया. इसके बाद प्रभारी मंत्री संतोष सुमन ने दोहराया कि समीक्षा कर जल्द नियुक्तियां की जाएंगी. फिर स्पीकर विजय सिन्हा ने मंत्री को आदेश दिया कि मामले पूरी जानकारी लेकर सदन को सूचित करें.
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