पटना: मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर मंगलवार (8 अगस्त) को संसद में हुई चर्चा के बीच बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) ने सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की पार्टी जेडीयू पर जमकर निशाना साधा. बीजेपी सांसद ने जेडीयू की फंडिंग को लेकर बड़ी बात कही है जिसके बाद सियासत शुरू हो गई है. सांसद के बयान पर जेडीयू की ओर से भी तल्ख टिप्पणी करते हुए प्रतिक्रिया दी गई है.


सबसे पहले जानें कि निशिकांत ने क्या कहा


दरअसल, बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि 2005 में जब जेडीयू की सरकार नहीं बनी और रामविलास पासवान की आवश्यकता पड़ गई तो मीटिंग दो जगह पर हुई थी. एक पत्रकार के घर पर जिसका नाम मैं नहीं बोलना चाहता हूं और दूसरी मीटिंग रामविलास पासवान और नीतीश कुमार की मेरे घर पर हुई थी. उस वक्त की एक चीज जिसका मैं आज खुलासा कर देता हूं कि जेडीयू को यदि सबसे ज्यादा किसी ने फंड करवाया होगा, अगर दो-चार-पांच लोगों का नाम होगा तो उसमें एक निशिकांत दुबे का भी नाम होगा. इस दौरान जेडीयू सांसदों से निशिकांत दुबे ने यह भी कहा कि आप अपने मुख्यमंत्री से पूछ लीजिएगा.


बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के इस बयान के बाद नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू भड़क गई. मंगलवार की शाम बयान जारी कर जेडीयू के प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे कह रहे हैं कि जेडीयू को उन्होंने सबसे ज्यादा फंडिंग करवाई. अपने विचार से वो साबित करते हैं कि भारतीय जनता पार्टी की संस्कृति है मनी लॉन्ड्रिंग करना पैसों के दम पर राजनीति करना.


'इस तरह की घटिया राजनीति इन लोगों को मुबारक'


अभिषेक झा ने कहा कि किसी की इतनी हैसियत नहीं कि जेडीयू की विचारधारा और नीति को पैसों के दम पर तौल ले. यह हमारे नेता नीतीश कुमार की सोच पर चलने वाली पार्टी है. यहां पैसों की अहमियत नहीं होती है. हमारी पार्टी ने देश में एक ऐसा मॉडल स्थापित किया है जो शुचिता का प्रतीक है. इस तरह की घटिया राजनीति इन लोगों को मुबारक.


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