पटना: पंडितों और हिंदू धर्म के संबंध में बयान देकर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) बुरी तरह फंस गए हैं. बयान को लेकर उनकी हर ओर किरकिरी हो रही है. इसी क्रम में बीजेपी (BJP) के राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर (Vivek Thakur) ने हम (HAM) सुप्रीमो के बयान पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने सोमवार को ट्वीट कर कहा, " बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने जिस तरह का मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम व एक विशेष वर्ग पर टिप्पणी की, वह बहुत आहतपूर्ण और दुर्भाग्यपूर्ण है. यह न्यूज़ में रहने व सस्ती लोकप्रियता के लिए ओछी राजनीति है. उनके पूरे वक्तव्यों में अज्ञान की पराकाष्ठा दिखती है."
बिहार सरकार से किया ये आग्रह
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार से मेरा आग्रह है कि उन्हें (मांझी) भारतीय संस्कृति व हिन्दू धर्म के अध्ययन हेतु शॉर्ट टर्म कोर्स करने के लिए कहीं भेजा जाए और रामायण सर्किट का दौरा कराया जाए. तब उन्हें ज्ञानबोध होगा. ऐसे ज्ञानहीन बयानों को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए. अमर्यादित टिप्पणी पर माफी मांग बड़प्पन दिखाएं."
मांझी ने कही थी ये बात
बता दें कि एक कार्यक्रम के दौरान मांझी ने कहा था, " माफ कीजिएगा, लेकिन आजकल गरीब तबके के लोगों में धर्म के प्रति लगाव होता जा रहा है. पहले हम लोग सत्यनारायण भगवान पूजा का नाम नहीं जानते थे. आज हर जगह हम लोगों के टोला में सत्यनारायण भगवान की पूजा होता है. पंडित आते हैं, पूजा कराते हैं. लेकिन हमारे घर खाना नहीं खाते, कहते हैं पैसे ही दे दीजिए.” इस दौरान उन्होंने पंडितों को लेकर जिस शब्द का इस्तेमाल किया उसे एबीपी न्यूज लिख भी नहीं सकता है.
यही नहीं, उन्होंने भगवान राम को लेकर भी आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था, " हम राम को नहीं मानते हैं, वो आदमी नहीं था, काल्पनिक है वो. मूर्ति पूजते हैं, देवता पूजते हैं इसलिए आस्था वो है. रामायण लिखी गई है, लेकिन उसमें बहुत सी पंक्तियां हैं जो पढ़ने योग्य हैं, समझने योग्य हैं. उसकी भी कहीं-कहीं हम लोग चर्चा करते हैं, लेकिन राम भगवान थे, ये हम मानने को तैयार नहीं हैं."
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