Bihar Hooch Tragedy: जहरीली शराब कांड पर बिहार में सियासत गरमाई हुई है. इस घटना को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच जमकर आरोप-प्रत्यारोप लग रहे हैं. आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने शुक्रवार को कहा कि बिहार में सरकार नाम की चीज नहीं है. इस मौत के लिए सीधे तौर पर सरकार में बैठे लोग जिम्मेदार हैं. सत्ता और प्रशासन शराब माफिया के साथ है इसलिए जहरीली शराब शराबबंदी कानून में मिल रही है. राजस्व का नुकसान हो रहा है. 


वहीं, इस मामले पर बीजेपी नेता नीरज कुमार ने कहा कि विपक्षी दलों के नेताओं का सांठ गांठ शराब माफियाओं से है. इसी छपरा-सीवान में 2022 में 90 लोगों की जान जहरीली शराब पीने से गई थी उस कांड का जो किंगपिन था उसका फोटो तेजस्वी यादव और तेज प्रताप के साथ वायरल हो रहा था.


मामले में बीजेपी और जेडीयू क्या बोली?


वहीं, इस मामले पर जेडीयू के प्रवक्ता अरविंद निषाद ने कहा कि आज जो विपक्ष के लोग जो इस पर सवाल कर रहे हैं उनके दल के लोग शराबबंदी के बाद शराब माफियाओं से सांठ गांठ कर संरक्षण देने का काम करते हैं. कई बार उनके लोग पुलिस के अभियान में पकड़े गए हैं. जहां तक राजस्व का सवाल है अभी वर्तमान वित्तीय वर्ष में बिहार सरकार 2,78000 करोड़ रुपये का सरकार का बजट है. तेजस्वी यादव और प्रशांत किशोर राजस्व के नुकसान को लेकर बकवास कर रहे हैं.


वहीं, नीरज कुमार ने कहा कि कुछ लोग अफवाह उड़ा रहे हैं कि शराबबंदी से 20,000 करोड़ का नुकसान हो रहा है. बजट में अनुमान था कि बिहार को 4000 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है, लेकिन सरकार की कुशल वित्तीय प्रबंधन में इस नुकसान की भरपाई कर ली है. बिहार तेजी से विकास कर रहा है.


बीजेपी पर आरजेडी का निशाना


मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि राजस्व का नुकसान हो रहा है और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष व मंत्री आए दिन इस तरह का बयान दे रहे हैं. इससे तो पता चलता है कि कैसी मानसिकता से बीजेपी सियासत करती है. भाषा की मर्यादा का ख्याल सबको रखना चाहिए. राजनीति में ऐसी भाषा को लेकर के बीजेपी लगातार विवादों में रहती है. बीजेपी का यही चाल चरित्र चेहरा है.


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