Creamy Layer Reservations: आरक्षण में क्रीमी लेयर के मुद्दे पर खूब सियासत हो रही है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव इस मुद्दे पर शनिवार को खूब बोले. वहीं, इस पर बीजेपी ने प्रतिक्रिया दी. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि शुक्रवार को एससी-एसटी के सांसद प्रतिनिधि लोग प्रधानमंत्री जी से क्रीमी लेयर का प्रावधान नहीं हटाने की मांग को लेकर मिले थे जिसकी चर्चा प्रधानमंत्री ने कैबिनेट की बैठक में की थी. बैठक में यह निर्णय लिया गया कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के बनाए गए संविधान में क्रीमी लेयर का कोई प्रावधान नहीं है. कैबिनेट के निर्णय सभी को जानकारी दी जाती है, लेकिन तेजस्वी यादव को इसका पता नहीं है. आखिर उन्हें पता कैसे होगा? वह पढ़े लिखे रहते तब तो वह पढ़ाई तो किए नहीं हैं.
तेजस्वी यादव पर बीजेपी का हमला
प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि तेजस्वी यादव कॉलेज में भी जाते तो यह सब की जानकारी रहती, लेकिन उनको अपने सहयोगियों से यह सब जानकारी लेनी चाहिए थी. उन्होंने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति पिछड़ा अति पिछड़ा के लिए तो कोई काम नहीं किया. 15 साल तक उनके माता-पिता का शासन काल रहा, लेकिन उन लोगों को किसी की चिंता नहीं की. अपने परिवार की चिंता सिर्फ करते हैं वे नेता प्रतिपक्ष हैं, लेकिन केवल नेता प्रतिपक्ष बन जाने से कुछ नहीं होता है ज्ञान भी होना चाहिए.
तेजस्वी यादव ने क्या कहा?
बता दें कि आरक्षण में क्रीमी लेयर मामले पर बीजेपी नेता केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि क्रीमी लेयर का कोई प्रावधान नहीं है. इसका जवाब देते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि जब तक ऑर्डर की कॉपी नहीं मिलती है तब तक क्या इसमें कहा जाए. पहले आर्डर की कॉपी मिलेगी. कॉपी हम लोग देख लेंगे उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है और उसके बाद ही कोई स्टैंड लेंगे. हम लोग का सीधा स्टैंड है कि जो आरक्षण गरीबों को मिला है दलितों को मिला है उसमें क्रीमी लेयर कहां से आ गया? इसका कोई मतलब नहीं है जो पहले से आरक्षण है हम लोग उसके समर्थन में हैं.
आगे उन्होंने कहा कि यह सब बरगलाने की बात है कि कैबिनेट में कहा गया है कि कोई प्रावधान नहीं है यह सब मंत्री लोग झूठ बात करते हैं. लोगों को बेवकूफ बनाने में लगे रहते हैं कहते कुछ हैं और करते कुछ है.
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