पटना: बिहार के डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद (Tarkishore Prasad) पर सरकारी योजना का ठेका अपने परिजनों को देने का आरोप लगने के बाद सूबे का सियासी पारा चढ़ गया है. विपक्ष के नेता डिप्टी सीएम के साथ-साथ सूबे की एनडीए सरकार (NDA Government) को भी घेर रहे हैं. इधर, बीजेपी कोटा के मंत्री और नेता तारकिशोर प्रसाद के बचाव में लगे हुए हैं. इसी क्रम में डिप्टी सीएम रेणु देवी (Renu Devi) के आवास पर बीजेपी कोटा के सभी मंत्रियों ने बैठक की. बैठक के बाद सभी एक-एक कर बाहर निकले. इस दौरान कुछ मंत्रियों ने मीडिया से बात नहीं की.


तारकिशोर प्रसाद पर लगे हैं गंभीर आरोप


वहीं, कुछ मंत्रियों ने पार्टी की नीतियों पर चर्चा को लेकर बैठक बुलाए जाने की बात कही. जबकि कुछ ने सिर्फ डिनर पर आने की बात कही. हालांकि, विवादों में घिरे डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद इस बैठक से सबसे आखिर में निकले और किसी से बात किए बिना ही चलते बने. दरअसल, आज सुबह से ही बिहार के डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद सुर्खियों में बने हुए हैं क्योंकि उनके ऊपर अपने परिवार के लोगों को टेंडर दिलाने में सहयोग का आरोप लगा है. 


जनता को लूट रही एनडीए सरकार


उपमुख्यमंत्री पर ये आरोप लगने के बाद खलबली मच गई है. इसी बीच हुई मंत्रियों की बैठक से एक बात तो स्पष्ट है कि बात पार्टी आलाकमान तक पहुंच चुकी है. ऐसे में विवादों में घिरे तारकिशोर प्रसाद का बचाव कैसे किया जाए, इसकी तैयारी चल रही है. मालूम हो कि मामले के सामने आने  के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने उपमुख्यमंत्री और बिहार की एनडीए सरकार पर जमकर निशाना साधा है.


उन्होंने बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा, " एनडीए की सरकार में सिर्फ एक ही काम हो रहा है, वो है जनता की गाढ़ी कमाई को लूटने का काम. कटिहार जिले में जिस तरह से 53 करोड़ रुपए के नल जल योजना का टेंडर उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के परिजनों को मिला, इससे साफ पता चलता है कि सरकार भ्रष्टाचार के लिए ही बनी है."


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बोला हमला 






 

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