पटना: बीजेपी (BJP) के वरिष्ठ नेता और पूर्व कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद (Ravishankar Prasad) ने मंगलवार को जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में लालू परिवार (Lalu Family) से सीबीआई (CBI) की पूछताछ के मामले पर बहुत कुछ कहा. बीजेपी नेता ने कहा कि मुझे रेड पर कुछ नहीं बोलना है लेकिन तमाम पार्टियां किस तरह के बयान दे रही हैं. मैं उन पार्टियों से पूछना चाहता हूं कि लालू यादव पर चारा घोटाले को लेकर पीआईएल किसने दायर की थी? ये पीआईएल सुशील मोदी और राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने मिलकर याचिका दाखिल की थी.


रविशंकर प्रसाद दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे. महागठबंधन के नेताओं के सवाल पर बीजेपी नेता ने पलटवार किया. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि लालू यादव को चार केस में सजा हुई या नहीं हुई? मीडिया से अपनी बात कहते हुए पूछा कि अपील पेंडिंग है या नहीं? उन्होंने कहा- "उस समय भी कहा गया था झूठा और बेबुनियाद काम अटल जी और बीजेपी वाले कर रहे हैं. इसी पर संतोष नहीं हुआ तो जमीन दो और नौकरी लो का तीसरा स्कैम शुरू किया गया."


करोड़ों की जमीन लाखों में ली: रविशंकर प्रसाद


आग बीजेपी नेता ने कहा कि उनके पास सबके नाम हैं. मीडिया में उनके नाम छपे भी हैं. यह भी कहा कि जितने लोगों को नौकरी दी गई ज्यादातर उन्हीं (लालू यादव) के समाज के थे. कहा गया था कि नौकरी तभी मिलेगी जब जमीन दोगे. मुझे, मेरी पत्नी को, मेरी बेटी को, लगभग साढ़े चार करोड़ की जमीन मात्र कुछ लाखों में ले ली गई. ये सीबीआई की जांच का विषय है. चार्जशीट फाइल हुई है. उनके पास कुछ और जानकारी होगी तो वह पता कर रहे हैं.


रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सवाल नीतीश बाबू से भी है, 2017 में आप आरजेडी से अलग क्यों हुए थे? इन्हीं घोटालों का जवाब नहीं मिल पा रहा था, इसलिए आज सत्ता के लालच में इसी की जांच का विरोध कर रहे हैं. आप खुद को सुशासन बाबू कहलवाना बंद कर दीजिए.


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