Samrat Chowdhary: बिहार में आरक्षण के मुद्दे पर सियासत गरमा गई है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एनडीए पर जमकर हमला बोला. उन्होंने आरक्षण को लेकर नीतीश सरकार की मंशा पर भी सवाल उठाया. वहीं, इस पर बीजेपी ने प्रतिक्रिया दी है. डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा कि बीजेपी का पक्ष (आरक्षण को लेकर) साफ है. कल भी हम आरक्षण के समर्थक थे और आज भी हैं. लालू यादव या कांग्रेस बताए कि उन्होंने किसे आरक्षण दिया है? आज तक के लोकतंत्र में न कांग्रेस पार्टी ने किसी को आरक्षण दिया और न ही लालू यादव ने किसी को आरक्षण दिया.
'संविधान विरोधी हैं तेजस्वी यादव'
वहीं, इस पर डिप्टी सीएम विजय कुमार सिंन्हा ने कहा कि तेजस्वी यादव संविधान विरोधी हैं. वे संवैधानिक संस्थान का सम्मान नहीं करते हैं. संवैधानिक संस्थान का अपमान करने वाली उनकी संविधान विरोधी मानसिकता झलक रही है. हम (बीजेपी) तो हमेशा आरक्षण के पक्ष में रहे, लेकिन आप अपनी पार्टी को परिवारवाद के आरक्षण से कब मुक्त करेंगे?
तेजस्वी यादव ने क्या कहा था?
तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को कहा कि बिहार में गठबंधन की सरकार की तरफ से जातीय गणना और उसके आधार पर बढ़ाई गई आरक्षण की सीमा को संविधान की 9वीं अनुसूची में डाला जाए. उन्होंने आशंका जताते हुए कहा कि हो सकता है नीतीश कुमार ने बाद में 9वीं अनुसूची में डालने का प्रस्ताव वापस ले लिया हो. इसको लेकर बीजेपी हो या जेडीयू, कोई कुछ नहीं बोल रहा है. हो सकता है कि नीतीश की केंद्र सरकार नहीं सुन रही है, न बिहार में उनका कोई सुन रहा है.
वहीं, उन्होंने विशेष राज्य के दर्ज के मुद्दे पर जेडीयू को घेरते हुए कहा कि इसके लिए कितना कुछ किया गया था, लेकिन सरकार ने इसे साफ तौर पर मना कर दिया, लेकिन अब कोई कुछ नहीं बोल रहा है. तेजस्वी ने जोर देकर कहा कि नीतीश कुमार आज सरकार में हैं और अगर दबाव डालें तो बीजेपी मना नहीं कर सकती.
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