Bihar Politics News: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कार्तिक कुमार का कानून मंत्री का विभाग बदलकर गन्ना उद्योग मंत्री का विभाग दिया. अब इस पर बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि विपक्ष के दबाव में फरार विधि मंत्री कार्तिक कुमार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हटाने का प्रयास नहीं किया. नीतीश कुमार के पास हिम्मत नहीं थी, इसलिए उन्होंने कार्तिक कुमार का विभाग बदल कर जनता को आई वास करने का काम किया है. 


किसानों को क्या मैसेज देना चाहते हैं
वहीं इस पर अरविंद कुमार ने एक कविता गाते हुए कहा कि मेरी यह कविता चरितार्थ हो गई है कि "बेबस और लाचार हूं, मैं ही नीतीश कुमार हूं, मैं ही नीतीश कुमार हूं, कुर्सी के लिए बेकरार हूं, मैं ही नीतीश कुमार हूं" उन्होंने आगे कहा नीतीश कुमार ने विधि मंत्री कार्तिक कुमार का विभाग बदल के गन्ना उद्योग मंत्री देने का काम करके विभाग को चौपट करने का काम किया है. वह किसानों को क्या मैसेज देना चाहते हैं.


क्या है पूरा मामला
बिहार सरकार के कानून मंत्री कार्तिक कुमार का विभाग बदल दिया गया है. वारंट के विवादों में चल रहे नीतीश कैबिनेट के कानून मंत्री कार्तिक कुमार को अब गन्ना उद्योग मंत्री बनाया गया. वहीं गन्ना उद्योग मंत्री शमीम अहमद को कानून मंत्री बनाया गया है.


आरजेडी के विधान परिषद सदस्य कार्तिक कुमार पटना स्थानीय निकाय से 2022 में एमएलसी बने. मोकामा के रहने वाले कार्तिक शिक्षक भी रह चुके हैं इसकी वजह से समर्थकों के बीच 'कार्तिकेय मास्टर' के नाम से मशहूर हैं. कार्तिक, पूर्व विधायक अनंत सिंह के करीबी माने जाते हैं. अनंत सिंह भी इन्हें मास्टर साहब कहकर बुलाते हैं. कार्तिक के खिलाफ 4 आपराधिक मामले दर्ज हैं. 3 गंभीर धाराओं समेत 23 धाराओं में केस दर्ज है.


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