पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर लेफ्ट की पार्टियों ने महागठबंधन की तरफ रुख कर लिया है. लेफ्ट की पार्टियां महागठबंधन के साथ मिलकर चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है. ऐसे में लेफ्ट की पार्टियों के महागठबंधन से हाथ मिलाने पर बिहार बीजेपी प्रवक्ता ने तंज कसा है. बिहार बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा, " आगमी बिहार विधानसभा चुनाव में वामपंथी दलों की वैचारिक हिपोक्रेसी की पोल खुल गई है. सारे वामपंथी दल आरजेडी के इर्दगिर्द चक्कर लगा रहे हैं. अब कुछ दिनों में वे लालू प्रसाद यादव के चरणों लोट-घुलट कर नतमस्तक होंगे."
निखिल आंनद ने कहा, " यह लोग भूल चुके हैं कि सीवान में कभी कुशवाहा समाज के बेटे कॉमरेड चंद्रशेखर की हत्या शहाबुद्दीन ने की थी. चंदा बाबू के बेटों की हत्या की थी, पत्रकार राजदेव रंजन यादव की हत्या की थी. अब सबकी श्रद्धांजलि को तिलांजलि देकर यह लोग महागठबंधन में गठबंधन करेंगे."
उन्होंने कहा, " वामपंथी दलों ने अपनी तमाम विचारधारा, नीति, नैतिकता, सिद्धांत को ताख पर रख दिया है, तिलांजलि दे दी है ताकि सिर्फ 2-4 सीटें मिल जाएं और किसी भी तरह सदन में जाने का रास्ता मिल जाए.
मालूम हो कि बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अब सियासी गोलबंदी शुरू हो गई है. एनडीए को टक्कर देने के लिए लेफ्ट की पार्टियां महागठबंधन के नेताओं संपर्क में हैं और कुछ ने पार्टियों ने तो गठबंधन कर भी लिया है. सीपीआई-एमएल के नेताओं की महागठबंधन के साथ बातचीत चल रही है. जबकि सीपीआई और सीपीएम ने बुधवार को महागठबंधन के साथ मिलकर आगामी बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है.