पटना: शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर (Education Minister Chandrashekhar) के दिए गए बयान पर बिहार की राजनीति गरमा गई है. इसको लेकर महागठबंधन और बीजेपी (BJP) की ओर से खूब बयानबाजी हो रही है. बीजेपी इस मुद्दे पर नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोल रही है. वहीं, पूर्व उपमुख्यमंत्री और बीजेपी राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी (Sushil Modi) ने रविवार को कहा कि रामचरितमानस पर अपमानजनक टिप्पणी करने वाले शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर पर जगह-जगह मुकदमे दर्ज होने चाहिए और उनका ऐसा विरोध किया जाना चाहिए कि वे किसी कॉलेज में न घुसने पाएं.


शिक्षा मंत्री पर हमला


सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जेडीयू के एक विधायक ने प्रोसेसर चंद्रशेखर का मानसिक संतुलन ठीक न होने की बात कह कर उन्हें हिंदू धर्म छोड़ने और इस्लाम या ईसाई पंथ में मतान्तरण कर लेने की सलाह दी है. जिन्हें शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी दी गई, वे छात्रों-शिक्षकों की समस्याएं हल करने के बजाय लोकप्रिय हिंदू धर्म ग्रंथ रामचरितमानस की निंदा कर समाज में कटुता पैदा करने पर उतर आए. 


'नीतीश कुमार और लालू प्रसाद तमाशा देख रहे हैं'


आगे बीजेपी नेता ने कहा कि आरजेडी से हाथ मिलाने के बाद मंत्रियों पर नीतीश कुमार का कोई नियंत्रण नहीं रह गया है. सरकार और महागठबंधन में तीखे मतभेद खुलकर सामने आ रहे हैं, जबकि नीतीश कुमार, लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव चुप्पी साधकर तमाशा देख रहे हैं. 


महागठबंधन में पूरी अराजक स्थिति- सुशील मोदी


सुशील मोदी ने कहा कि सत्तारूढ़ महागठबंधन में पूरी अराजक स्थिति है. मानस-निंदा प्रकरण में जेडीयू और आरजेडी के बड़े नेता परस्पर-विरोधी बयान दे रहे हैं. आरजेडी में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी और विधायक विजय मंडल शिक्षा मंत्री के बयान को गलत मानते हैं, जबकि प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद मानस-निंदक मंत्री के विचारों के साथ खड़े हैं. जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह के मुताबिक उनकी पार्टी मजबूत हुई है, लेकिन संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को संगठन में कमजोरी महसूस हो रही है.


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