'I.N.D.I.A गठबंधन में फूट के कारण महागठबंधन के नेता बिहार में परेशान', विजय सिन्हा ने 'निराशा' का कारण बताया
Bihar Politics: नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बिहार की सरकार में आसुरी शक्तियों का बोलबाला और दबदबा है. बिहार में आरजेडी और जेडीयू की राजनीति का आधार ही जातीयता और क्षेत्रीयता है.
पटना: बीजेपी विधानमंडल दल के नेता विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) ने बुधवार (25 अक्टूबर) को बयान जारी करते हुए महागठबंधन पर हमला बोला. कहा कि इंडिया गठबंधन (I.N.D.I.A Alliance) में फूट के कारण बिहार महागठबंधन के नेता परेशान हैं. देश में घूम-घूम कर अपनी एकता और एकजुटता की डींग हांकते थे, लेकिन मध्यप्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव ने इनकी पोल खोल दी. कांग्रेस, जेडीयू और समाजवादी पार्टी को कोई भाव नहीं दे रहा है. इसी के कारण ये निराशा में हैं.
विजय सिन्हा ने कहा है कि जाति और क्षेत्र के आधार पर राजनीति करने वाले दलों और नेताओं को प्रधानमंत्री के बयान पर मिर्ची लग गई है और वे अनाप शनाप बोल रहे हैं. वास्तविकता है कि बिहार में आरजेडी और जेडीयू की राजनीति का आधार ही जातीयता और क्षेत्रीयता है. इन्हें राज्य की प्रगति, विकास और जनहित से कोई सरोकार नहीं है. इनके बड़े नेता भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल जाते हैं और जेल से बाहर होने पर हाथी पर वापस आते हैं. अच्छे और बुरे में इन्हें फर्क नजर नहीं आता है. इनका पूरा कुनबा आसुरी आवरण में है. इनके अंदर जातिवाद, भ्रष्टाचार और अपराध रूपी रावण व्याप्त है जिसे खत्म करने की जरूरत है.
'2024 और 2025 के चुनाव में जनता सिखाएगी सबक'
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बिहार की सरकार में आसुरी शक्तियों का बोलबाला और दबदबा है. जिस प्रकार असुरों द्वारा ऋषि, मुनियों और सामान्य जनों को तबाह किया जाता था ठीक उसी प्रकार राज्य में हत्या, लूट, डकैती, अपहरण की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है. शराब, बालू और जमीन माफिया ने राज्य में हाहाकार मचा दिया है. राज्य की जनता इस आसुरी सरकार से परेशान और हैरान है. वर्ष 2024 और 2025 के चुनावों में राज्य की जनता महागठबंधन सरकार को सबक सिखाएगी.
विजय सिन्हा ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रावण दहन के अवसर पर दिल्ली के द्वारका में दिए गए संदेश को एतिहासिक बताते हुए कहा कि आज भारत को उनके संदेश में वर्णित 10 संकल्पों की जरूरत है. आज देश में सत्य-असत्य, धर्म-अधर्म, नैतिक-अनैतिक और सद्गुणों-दुर्गुणों के बीच संघर्ष चल रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की एकता, अखंडता और श्रेष्ठता को अक्षुण्ण रखने के लिए देश में और देश के बाहर पनप रहे नकारात्मक शक्तियों पर चुन चुन कर प्रहार शुरू कर दिया है. राज्य और देश की जनता नरेंद्र मोदी को बेहद पसंद करती है क्योंकि मां भारती और उनकी संतानों के दुःख-दर्द निवारण के लिए वे हमेशा लगे रहते हैं.
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