Bihar Politics: मुकेश सहनी के तीन विधायकों के शामिल होने के बाद बिहार की सबसे बड़ी पार्टी बनी बीजेपी, जानें आंकड़ा
VIP MLA Joins BJP: तीनों विधायक बीजेपी के ही कैंडिडेट थे जो 2020 का बिहार विधानसभा चुनाव वीआईपी के सिंबल पर लड़े थे. पहले आरजेडी 75 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी थी.
पटनाः मुकेश सहनी (Mukesh Sahani) का साथ छोड़कर तीनों विधायकों ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है. विधायक मिश्रीलाल यादव, राजू सिंह, स्वर्णा सिंह का बीजेपी ने स्वागत किया है. तीनों विधायक स्पीकर को समर्थन पत्र सौंपकर बुधवार को बीजेपी में शामिल हुए. बीजेपी दफ्तर पटना में पार्टी की सदस्यता ली. प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल, दोनों डिप्टी सीएम की मौजूदगी में प्रेस कॉन्फ्रेंस हुआ. तीन नए विधायकों के आने के बाद अब बीजेपी बिहार की सबसे बड़ी पार्टी हो गई है.
दरअसल, तीनों विधायक बीजेपी के ही कैंडिडेट थे जो 2020 का बिहार विधानसभा चुनाव वीआईपी के सिंबल पर लड़े थे. अब विधानसभा में 74 से बीजेपी के 77 विधायक हो गए हैं. सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी सदन में बन गई है. बता दें कि अब तक आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी थी. आरजेडी के पास 75 सीटें थीं. इधर, प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि तीनों विधायक वीआईपी के बीजेपी में आना चाहते थे. वीआईपी अध्यक्ष मुकेश सहनी के कामकाज के तरीके से नाराज थे. तीनों विधायकों की घर वापसी हुई है. बीजेपी और मजबूत होगी. तीनों विधायक बिना शर्त बीजेपी में आए हैं.
बीजेपी नंबर ONE!बिहार में बीजेपी बनी सबसे बड़ी पार्टी. विधानसभा में 74 से बीजेपी के 77 विधायक हुए. वीआईपी के तीनों विधायक बिना शर्त बीजेपी में आए हैं.अब तक आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी थी. pic.twitter.com/uynjhwnHYs
— Prakash Kumar (@kumarprakash4u) March 23, 2022
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तीनों विधायकों का बीजेपी में रखा जाएगा ख्याल
वहीं, डिप्टी सीएम तारकेश्वर ने कहा कि तीनों विधायकों का पूरा ख्याल रखा जाएगा. तीनों घर वापस आए हैं. बीजेपी को और ताकत इससे सदन में मिलेगी. इसके पहले बीजेपी बिहार के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि मुकेश सहनी मंत्रिमंडल से भी इस्तीफा देंगे या नहीं देंगे यह मैं नहीं बता सकता. अब मुकेश सहनी जानें क्या उनको करना है. यहां बता दें कि सहनी ने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा है कि मंत्रिमंडल में रखना या हटाना मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है. हम संघर्ष करेंगे.
इधर, वीआईपी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए विधायक राजू सिंह ने कहा कि हम तीनों विधायक 2020 में बिहार विधानसभा चुनाव बीजेपी से ही लड़ना चाहते थे. गठबंधन की कुछ मजबूरी थी इसलिए बीजेपी ने हमें वीआईपी से लड़वाया. अब घर वापस आ गए हैं. मजबूती से तीनों बीजेपी के लिए काम करेंगे. वहीं स्वर्णा सिंह ने कहा कि मेरा शुरू से ही दिल और दिमाग बीजेपी के साथ था.
बता दें बिहार एनडीए में वीआईपी पार्टी है लेकिन मुकेश सहनी बीजेपी के मना करने के बावजूद यूपी में 53 सीटों पर चुनाव लड़े थे. चुनाव प्रचार में पीएम मोदी और योगी पर जमकर निशाना साध रहे थे. बीजेपी उनसे नाराज थी. उनके तीनों विधायकों को तोड़ दिया. सहनी का एमएलसी का कार्यकाल दो महीने में समाप्त हो रहा. बीजेपी उनको एमएलसी नहीं बनाएगी इसलिए उनका मंत्री पद चला जाएगा.
बिहार में बोचहां में विधानसभा उपचुनाव हो रहा है. वीआईपी के विधायक रहे मुसाफिर पासवान के निधन से उपचुनाव हो रहा लेकिन इस सीट पर बीजेपी ने बेबी कुमारी को अपना प्रत्याशी बनाया है. उपचुनाव के लिए भी बीजेपी ने वीआईपी अध्यक्ष मुकेश सहनी को यह सीट नहीं दी.
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