पटना: महागठबंधन से किनारा कर चुके पूर्व मुख्यमंत्री और हम सुप्रीमो जीतन राम मांझी बुधवार को एनडीए में शामिल हो गए. ऐसे में बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने ट्वीट कर जीतन राम मांझी का स्वागत किया. साथ ही सुशील मोदी ने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को भी घेरा है. सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा कि चुनाव आयोग ने अभी तक बिहार विधानसभा का चुनाव कराने के बारे में कोई स्पष्ट निर्णय नहीं किया है, लेकिन चुनाव टालने की दलील देने वाली पार्टी और महागठबंधन में भगदड़ मची है.


आरजेडी नहीं कर सकती दलित-पिछड़ों का भला


उन्होंने लिखा, " लालू प्रसाद की चुनावी ब्रांड वैल्यू जीरो हो चुकी है, इसलिए पांच एमएलसी और सात विधायक आरजेडी छोड़ चुके हैं. जीतन राम मांझी जी का महागठबंधन छोड़ना साबित करता है कि जेल से चलने वाली पार्टी दलितों-पिछड़ों का भला नहीं कर सकती. मांझी जी का एनडीए में स्वागत है."


मनोबल तोड़ने में लगा है विपक्ष


सुशील मोदी ने लिखा, " जिस जेईई को विपक्ष मुद्दा बना रहा था और पूरा एक सत्र बर्बाद कराने पर अड़ा था, उसे छात्रों ने खारिज कर दिया. बिहार के 43 केंद्रों पर परीक्षार्थियों की 71 से 80 प्रतिशत तक उपस्थिति रही. राज्य सरकार ने भी बसों और केंद्र ने 15 सितम्बर तक रेल की व्यवस्था की है. जिस समय हर क्षेत्र चुनौतियों को मात देकर उभर रहा है, विपक्ष केवल मनोबल तोड़ने में लगा है."


अर्थव्यवस्था में रिकवरी के संकेत 


उन्होंने लिखा, " कोरोना और लॉकडाउन के कारण आर्थिक-शैक्षणिक क्षेत्र की जो गतिविधियां ठप पड़ी थीं, वे अनलॉक-3 से पटरी पर आने लगीं. वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी में गिरावट के आंकड़े आने के एक दिन बाद ही अर्थव्यवस्था में रिकवरी के संकेत मिलने लगे. वाहन कंपनियों ने पिछले साल अगस्त में हुई बिक्री को पीछे छोड़ दिया."


बिजली की खपत पुराने स्तर पर लौटी


उन्होंने लिखा, " एक वाहन कंपनी की बिक्री तो 154 फीसद तक बढ़ी. खरीफ की बोआई इस साल 7 फीसद ज्यादा हुई. पांच महीने बाद मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पॉजिटिव जोन में आ गया और बिजली की खपत पुराने स्तर पर लौटी. एनडीए सरकार के आर्थिक सुधार और राहत पैकेज असर दिखाने लगे हैं."