Saraswati Puja: बीपी मंडल इंजीनियरिंग कॉलेज में सरस्वती पूजा को लेकर बवाल, प्रतिमा स्थापित करने पर प्राचार्य ने लगा दी है रोक
BP Mandal Engineering College: मधेपुरा के एक कॉलेज में सरस्वती पूजा को लेकर विवाद शुरू हो गया है. इस विवाद में कॉलेज के प्राचार्य और छात्र आमने-सामने हैं.
मधेपुरा: बिहार में इन दिनों धार्मिक मुद्दों को लेकर काफी बवाल मचा हुआ है. शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर (Education Minister Chandrashekhar) के दिए गए बयान अभी भी सुर्खियों में है. इसके बाद मधेपुरा बीपी मंडल अभियंत्रण महाविद्यालय (BP Mandal Engineering College) के प्राचार्य का एक आदेश चर्चा का विषय बना हुआ है. प्राचार्य ने लिखित में कॉलेज में सरस्वती पूजा के लिए प्रतिमा स्थापित करने पर (Saraswati Puja) पर रोक लगा दी है. इस आदेश के बाद छात्रों में नाराजगी है. इसके बाद महाविद्यालय प्रशासन और छात्रों के बीच विवाद शुरू हो गया है. इस आदेश को लेकर छात्रों ने शुक्रवार को जमकर बवाल काटा. विवाद इतना बढ़ गया कि आक्रोशित छात्रों को समझाने के लिए पुलिस भी पहुंची हुई थी.
प्राचार्य ने प्रतिमा स्थापित करने पर लगा दी है रोक-छात्र
बीपी मंडल इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य का महाविद्यालय परिसर में सरस्वती पूजा के लिए प्रतिमा स्थापित नहीं करने का आदेश चर्चा का विषय बना हुआ है. इसको आदेश को लेकर आक्रोशित छात्रों ने बताया कि हम लोगों ने प्राचार्य ई. अरविंद कुमार अमर को आवेदन देते हुए कैंपस में सरस्वती पूजा मानने की मांग की थी लेकिन प्राचार्य द्वारा सरस्वती पूजा में सार्वजनिक रूप से प्रतिमा स्थापित करने से मना कर दिया गया है.
सार्वजनिक पूजा पाठ पर रोक- प्राचार्य
वहीं, इस संबंध में प्राचार्य अरविंद कुमार अमर ने बताया कि मूर्ति के बदले तीनों हॉस्टल में फोटो लगाकर पूजा करने की बात छात्रों ने मान ली है. कॉलेज में सार्वजनिक रूप से पूजा करने से आसपास के लोगों से विवाद होने की संभावना ज्यादा बनी रहती है जिसको लेकर हमलोगों ने यह निर्णय लिया है कि महाविद्यालय परिसर में किसी भी प्रकार का सार्वजनिक पूजा पाठ, धार्मिक अनुष्ठान से संबंधित आयोजनों पर रोक लगाई जाए. अगर किसी भी छात्र बिना अनुमति के मूर्ति अनुष्ठान करते हैं तो कार्रवाई की जाएगी.
'ऐसा अगर रहा तो करेंगे आंदोलन'
इस मामले को लेकर बीजेपी युवा मोर्चा के प्रदेश कार्य समिति के सदस्य राहुल यादव ने कहा कि विद्यालय और महाविद्यालयों में विद्या की देवी सरस्वती की पूजा की परंपरा वर्षों से चली आ रही है, लेकिन सुरक्षा के नाम पर रोक लगाना निंदनीय है. बीते दिनों बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने रामचरितमानस पर विवादित बयान देकर धर्म से जुड़े लोगों की आस्था पर चोट पहुंचाई है. उनके इशारे पर ही बीपी मंडल अभियंत्रण महाविद्यालय के प्राचार्य भी दबाव में आकर छात्रों को पूजा करने पर रोक लगाई है ,जो उचित नहीं है. ऐसा अगर रहा तो हम सब मिलकर आंदोलन करेंगे.
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