पहले ही अटेम्ट में BPSC टॉपर बने ओमप्रकाश, पब्लिक सर्विस का सपना पूरा करने के लिए छोड़ दी थी नौकरी
ओमप्रकाश ने बताया कि घर में पैसों की कमी होने की वजह से सरकारी स्कूल से पढ़ाई करनी पड़ी. इसका असर उनके कम्युनिकेशन स्किल और नॉलेज पर पड़ा. आईआईटी में जाने के बाद इस बात का उन्हें एहसास हुआ.
पटना: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 64वीं सिविल सेवा संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा का फाइनल रिजल्ट रविवार को आ गया है. 64वीं बीपीएससी की परीक्षा में पटना से सटे फतुहा के ओमप्रकाश गुप्ता ने टॉप किया है. मामूली किराना दुकानदार के बेटे ओमप्रकाश के टॉप होने के बाद से पूरे प्रखंड में खुशी की लहर है. सभी ओमप्रकाश को बधाई देने के लिए उनके घर पहुंच रहे हैं. इसी क्रम में सोमवार को एबीपी न्यूज की टीम ओमप्रकाश के घर पहुंची और उनसे बातचीत की.
ओमप्रकाश ने नहीं की थी उम्मीद
एबीपी से बातचीत के दौरान बीपीएससी टॉपर ओमप्रकाश ने बताया कि उन्हें बहुत खुशी हो रही है. उन्हें उम्मीद नहीं थी कि वो टॉप कर जाएंगे. सपने में उन्होंने अपना रिजल्ट टॉप थ्री में देखा था, लेकिन टॉपर बनने के बाद वे काफी उत्साहित हैं. परिवार और गांव के लोग भी काफी खुश हैं. उनका यही उद्देश्य है कि वो लोगों को बेहतर सेवा दे सकें. बिहार में जो गरीबी और बेरोजगारी है, उसे खत्म कर सकें.
ओमप्रकाश ने बताया कि उन्होंने प्राथमिक शिक्षा सरकारी स्कूल से प्राप्त की है. इंटर की पढ़ाई एसकेएमबी कॉलेज फतुहा से की है. 2008 में पहले अटेम्ट में आईआईटी पास करने के बाद आईआईटी रुड़की से इंजीनियरिंग की है. जॉब के लिए उन्होंने टीचिंग सेक्टर को चुना, क्योंकि वहां ज्यादा लोगों से इंगेज होने का मौका मिलता है.
2017 में छोड़ दी नौकरी
ओमप्रकाश की मानें तो 2009 से ही उनका पब्लिक सर्विस में जाने का सपना था. लांग टर्म गोल था, इसलिए उन्होंने टीचिंग चुना. पांच साल तक लोगों को पढ़ाया. लेकिन 2017 में उन्हें नौकरी छोड़नी पड़ी. नौकरी छोड़ने के बाद वो प्रतियोगिता की तैयारी में लग गए. 2018 में उन्होंने बीपीएससी प्रीलिम्स की परीक्षा दी थी और उसी का रिजल्ट अभी आया है.
पैसों के अभाव में नहीं जा पाए प्राइवेट स्कूल
उन्होंने बताया कि घर में पैसों की कमी होने की वजह से सरकारी स्कूल से पढ़ाई करनी पड़ी. इसका असर उनके कम्युनिकेशन स्किल और नॉलेज पर पड़ा. आईआईटी में जाने के बाद इस बात का उन्हें एहसास हुआ. ऐसे में प्रतियोगिता के लिए तैयारी के दौरान काफी मेहनत की ताकि सारी कमी दूर हो जाए.
यूपीएससी की तैयारी के संबंध में उन्होंने कहा कि बीपीएससी में उन्हें एडमिनिस्ट्रेशन सेक्टर में पोस्ट मिला है. इस बात की उन्हें खुशी है कि वो डिसिजन मेकिंग विंग में जा रहे हैं. इसलिए वो यूपीएससी के तहत नौकरी करें या बीपीएससी के तहत उनका लक्ष्य जनता की सेवा करना है.
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