Prashant Kishor News: बिहार के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा से अभ्यर्थियों के डेलिगेशन की सोमवार को मुलाकात के बाद प्रशांत किशोर ने मुख्य सचिव का धन्यवाद किया है. उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव ने अच्छे से अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की. उनकी बात सुनी, लेकिन कोई निर्णय नहीं हुआ है. हो सकता है वह सीएम से बात करें. सरकार चाहे तो 48 घंटे में समाधान निकाल सकती हैं. अभ्यर्थी समाधान चाहते हैं. टकराव नहीं चाहते. हम लोग 2 दिन इंतजार करेंगे. लेकिन 48 घंटे में सरकार के स्तर से निर्णय नहीं हुआ तो हम बड़ा आंदोलन करेंगे.


'48 घंटे में सरकार पॉजिटिव निर्णय'


प्रशांत किशोर ने कहा कि अगले 48 घंटे में सरकार पॉजिटिव निर्णय ले. अभ्यर्थियों को परेशान न किया जाए. अगर अभ्यर्थियों को परेशान किया गया तो हम चुप नहीं बैठेंगे. वहीं पीके ने तेजस्वी यादव और राहुल गांधी से भी अपनी बात कही. उन्होंने कहा कि आइए, आप ही नेतृत्व कर लीजिए, राहुल गांधी आ जाइये. जो अभ्यर्थियों का काम कराएगा हम उनके साथ काम करेंगे. आरजेडी ही अभ्यर्थियों का काम करा दे. हम उनके साथ चलने को तैयार हैं. अभ्यर्थियों पर राजनीति ना हो.


वहीं पप्पू यादव के बयान पर कहा कि चार बार हमसे यही मुलकात किए हैं कि हमारी मदद करिए. दूसरी तरफ मेरा वीडियो ट्वीट कर रहे हैं कि हम अभ्यर्थियों को धमका रहे हैं. उनका काम सिर्फ ट्वीट करना है. उनके आरोप से मुझे कोई मतलब नहीं है. 


अभ्यर्थियों ने तमाम मांगों को रखा


बता दें कि BPSC अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमंडल ने बिहार के मुख्य सचिव से मुलाकात की और BPSC 70वीं पीटी परीक्षा रद्द कराने समेत अन्य मांगों को रखा. उसके बाद प्रशांत किशोर ने प्रतिनिधिमंडल के साथ पीसी की, जिसमें प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि लाठीचार्ज हुआ. पुलिस वालों पर कार्रवाई हो. सोनू कुमार नाम के अभ्यर्थी ने आत्महत्या की. उसके परिजन को मुआवजा मिले. परीक्षा में गड़बड़ी की उच्चस्तरीय जांच हो. पूरी परीक्षा रद्द हो और रि-एग्जाम हो. यह मांग मुख्य सचिव के समीप हमने रखी है. मुख्य सचिव ने कहा कि आपकी मांगों पर विचार होगा.


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