BPSC अभ्यर्थियों का आज पैदल मार्च, सरकार से सीधा टकराने के लिए प्रशांत किशोर भी तैयार!
BPSC Candidates Protest March: बीपीएससी अभ्यर्थी 18 दिसंबर से धरना दे रहे हैं. प्रशांत किशोर से पहले तेजस्वी यादव और सांसद पप्पू यादव भी छात्रों का समर्थन कर चुके हैं.
BPSC Candidates Protest: पटना के गर्दनीबाग में बीपीएससी अभ्यर्थियों का विरोध-प्रदर्शन लगातार जारी है. आज (27 दिसंबर) एक बार फिर अभ्यर्थी बीपीएससी कार्यालय का घेराव करेंगे. सबसे बड़ी बात है कि जन सुराज के प्रमुख प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) भी इन अभ्यर्थियों के साथ पैदल मार्च करेंगे. बीते गुरुवार (25 दिसंबर) को प्रशांत किशोर गर्दनीबाग में अभ्यर्थियों से मिलने पहुंचे थे. यहां उन्होंने कहा था कि अगर कोई भी व्यक्ति शांतिपूर्वक मार्च करने आया है या धरने पर बैठा है तो उसे डंडे से क्यों मारा गया?
लाठी खाने के लिए पीके तैयार
प्रशांत किशोर बीपीएससी अभ्यर्थियों के साथ मार्च में शामिल होकर सीधा एक तरह से सरकार से लड़ने के लिए तैयार हो गए. इतना ही नहीं बल्कि गुरुवार को उन्होंने साफ ककहा कि जब पुलिस अगर छात्रों पर लाठीचार्ज करेगी तो सबसे आगे वे रहेंगे. वह देखना चाहते हैं कि सरकार में कितना दम है. सरकार कितने लोगों पर लाठी चलाती है.
पीके ने अपने बयान के जरिए गुरुवार को मुख्यमंत्री पर भी हमला किया था. कहा था कि नीतीश कुमार यहां के राजा नहीं हैं, राजा यहां की जनता है. नीतीश कुमार अपने बंगले में बैठकर चार चाटूकार अफसरों की मदद से लाठी नहीं चलवा सकते हैं. अगर लाठी चलवाएंगे तो उनकी कुर्सी हिलती हुई नजर आएगी.
'नीतीश कुमार को घेरने जाएंगे'
जन सुराज के सूत्रधार ने कहा, "मेरी सरकार से मांग है कि एक बार छात्रों को बुलाकर उनसे बात कर ली जाए, लेकिन आप बात करने की जगह उन पर लाठियां चलवा रहे हैं. मुझे बताया गया कि चार छात्र आईसीयू में भर्ती हैं ये कौन सी अराजकता है? ये नीतीश कुमार का राजतंत्र नहीं है यहां की जनता मालिक है. यहां के लड़के रोड पर हैं उन पर आप लाठी चलवा रहे हैं? ये नहीं चल सकता है. अगर ये होगा तो हम बीपीएससी नहीं जाएंगे बल्कि नीतीश कुमार को घेरने जाएंगे." अब देखना होगा कि आज के मार्च को पुलिस और जिला प्रशासन कैसे हैंडल करता है.
यह भी पढ़ें: प्रगति यात्रा: आज मुजफ्फरपुर पहुंचेंगे CM नीतीश, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, शहर में बदला ट्रैफिक रूट