पटना: बीपीएससी पेपर लीक मामले (BPSC Paper Leak Case) में आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने तीन और लोगों को गिरफ्तार किया है. उन्हें दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है. इसके बाद दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड पर पटना लाया गया. यहां उनसे पूछताछ की जाएगी. फिलहाल इस मामले में अब तक कुल 13 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. हालांकि, पेपर लीक मामले का मास्टर माइंड पिंटू यादव अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.
बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग की 67वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा के प्रश्न-पत्र वायरल होने के मामले की जांच आर्थिक अपराध इकाई की विशेष टीम कर रही है. इस क्रम में कुछ अभियुक्तों के दिल्ली में छिपे होने की जानकारी मिली थी, जिसके बाद एक टीम एक सप्ताह से दिल्ली में अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए प्रयासरत थी. इसी दौरान टीम को दिल्ली के बुराड़ी थाना क्षेत्र के संत नगर से अभिषेक त्रिपाठी, महेश पूर्वे और प्रवीण कुमार यादव को गिरफ्तार किया है. इसके बाद तीनों को दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड पर पटना लाया गया है.
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प्रश्न पत्र का पीडीएफ परीक्षा से पहले मिला
गिरफ्तार अभियुक्त महेश पूर्वे तथा प्रवीण कुमार यादव 67वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा में सम्मिलित हुए थे तथा इनके वाट्सऐप पर प्रश्न पत्र का पीडीएफ परीक्षा से पूर्व कदाचार के उद्वेश्य से मंगाया गया था, जिसे इनके द्वारा पूर्व से गिरफ्तार एवं फरार कई अभियुक्तों को भेजा गया था. इनका इस मामले के अन्य अभियुक्तों से सांठ-गांठ होने की बात सामने आई है. वहीं, अभिषेक त्रिपाठी ने पेपर सोल्वर का काम किया था. ये सभी बीपीएससी परीक्षा के प्रश्न पत्र को लीक कराने वाले गिरोह के सदस्य हैं.
कई अधिकारियों की मिलीभगत की भी बात आई सामने
इस मामले में आपराधिक षडयंत्र, मनी ट्रायल और अन्य महत्वपूण बिन्दुओं पर अनुसंधान किया जा रहा है. पूरे गिरोह के द्वारा किए गए षडयंत्र में शामिल हर दोषी के विरूद्ध साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. आर्थिक अपराध इकाई ने मंगलवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर उक्त जानकारी दी है. पेपर लीक मामले में कई अधिकारियों की मिलीभगत की भी बात सामने आई है. इससे पहले ईओयू राहुल कुमार को गिरफ्तार किया था, जो वर्तमान में राजस्व पदाधिकारी के रूप में तैनात है. इसके खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई की टीम को साक्ष्य मिले हैं.