Paper Leak: क्लर्क नहीं, सेटर कहिए! पिता दबंग और हत्या का आरोपी, बेटे की पहुंच BPSC तक, ठगी से बनाई करोड़ों की संपत्ति
राजेश कुमार भागलपुर जिले के शाहकुंड प्रखंड अंतर्गत सजौर थाना इलाके के जगन्नाथपुर का रहने वाला है. गांव में परिवार की दबंगई ऐसी कि कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है.
![Paper Leak: क्लर्क नहीं, सेटर कहिए! पिता दबंग और हत्या का आरोपी, बेटे की पहुंच BPSC तक, ठगी से बनाई करोड़ों की संपत्ति BPSC Paper Leak: EOU Arrested Rajesh Kumar who worked in Patna Secretariat his Father is bold man and accused of murder ann Paper Leak: क्लर्क नहीं, सेटर कहिए! पिता दबंग और हत्या का आरोपी, बेटे की पहुंच BPSC तक, ठगी से बनाई करोड़ों की संपत्ति](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/05/16/ca51c6c26ba86f1e11eefd729de4cc39_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
भागलपुरः बीपीएससी 67वीं प्रारंभिक परीक्षा पर्चा लीक मामले में रविवार को ईओयू की ओर से चार लोगों की गिरफ्तारी के बाद भागलपुर भी सुर्खियों में आ गया है. वो इसलिए कि इस संगीन मामले में आर्थिक अपराध इकाई ने जिन 4 लोगों की गिरफ्तारी की है उसमें गिरोह का एक सदस्य राजेश कुमार है जो भागलपुर जिले के शाहकुंड प्रखंड अंतर्गत सजौर थाना इलाके के जगन्नाथपुर का रहने वाला है. वह बीते दो वर्षों से पटना सचिवालय में लिपिक के पद पर कार्यरत था.
गांव से लेकर शहर तक करोड़ों की संपत्ति
इसके बारे में पूरी कहानी जानकर आप चौंक गए तो कोई बड़ी बात नहीं होगी. राजेश का पिता अर्जुन सिंह गांव का दबंग है और उस पर हत्या का भी आरोप है. दबंगई और ठगी के बल पर इनके पास गांव से लेकर शहर तक करोड़ों की संपत्ति है. अर्जुन सिंह के तीन पुत्रों में राजेश सबसे बड़ा है. दो भाई छोटी मोटी नौकरी करते हैं. राजेश की गिरफ्तारी के बाद से गांव के लोग जगह-जगह गोलबंद होकर तरह-तरह की चर्चा कर रहे हैं, लेकिन परिवार की दबंगई ऐसी कि कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है.
यह भी पढ़ें- Amit Shah के नाम की फेक ID बनाकर आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले युवक को पुलिस ने उठाया, JDU ने किडनैपिंग का लगाया आरोप
गांव में भी लोगों से ठगी करता था राजेश
ग्रामीणों की मानें तो राजेश गांव में भी लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का काम करता था. बीते 5-6 वर्ष पूर्व बैंकिंग परीक्षा में भी सेटिंग के दौरान पेपर इधर-उधर करने का उस पर आरोप लगा था, लेकिन उक्त मामले में वह बच निकला था. कई ग्रामीणों ने सचिवालय में नौकरी लगने पर भी तरह-तरह के सवाल खड़े किए हैं. जगन्नाथपुर के लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अर्जुन सिंह का परिवार गांव में कम ज्यादातर शहर में ही रहता है. गांव के एक बुजुर्ग ने राजेश की गिरफ्तारी के बाद कहा कि गलत काम गलत ही होता है. आज हमारे गांव पर कलंक का टीका लग गया. यह सबके लिए दुख की बात है.
(इनपुट- भागलपुर से अमरेंद्र तिवारी की रिपोर्ट)
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)