BPSC पेपर लीक से जुड़ी बड़ी खबरः EOU को दो 'खास' नंबर का पता चला, IAS रंजीत कुमार सिंह का उसमें से एक
एफआईआर में इसकी जानकारी दी गई है कि 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा शुरू होने के निर्धारित समय से पहले परीक्षा नियंत्रक के मोबाइल पर 11.43 बजे सुबह भेजा गया था.
![BPSC पेपर लीक से जुड़ी बड़ी खबरः EOU को दो 'खास' नंबर का पता चला, IAS रंजीत कुमार सिंह का उसमें से एक BPSC Paper Leak: EOU investigation 2 More Officers Trapped IAS Ranjit Kumar Singh name also came ann BPSC पेपर लीक से जुड़ी बड़ी खबरः EOU को दो 'खास' नंबर का पता चला, IAS रंजीत कुमार सिंह का उसमें से एक](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/05/11/33cfade2b6e916d46702f6965421f2cb_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
आरा/पटनाः बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) 67वीं की संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा बीते आठ मई को राज्य के कई सेंटर पर आयोजित हुई थी. इस मामले में पेपर लीक और फिर उसकी पुष्टि होने के बाद जांच की जिम्मेदारी आर्थिक अपराध इकाई (पटना) को सौंप दी गई. इस मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. अब बड़ी खबर यह है कि ईओयू की एफआईआर रिपोर्ट में दो ऐसे नंबर का जिक्र किया गया है जो दोनों सरकार से जुड़े बड़े अधिकारियों के हैं.
एफआईआर रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई है कि 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा प्रारंभ होने के निर्धारित समय से पहले पूछे जाने वाले प्रश्न सेट-सी का हिंदी प्रश्न सोशल मीडिया में वायरल हो चुका था. यह भी बताया गया है कि बिहार लोक सेवा आयोग के परीक्षा नियंत्रक को प्रश्न पत्र की प्रति उनके मोबाइल नंबर 9472276281 पर किसी व्यक्ति द्वारा मोबाइल नंबर 9472343001 से उन्हें दिनांक 8 मई 2022 को 11:43 बजे पूर्वाह्न में भेजा गया था.
आर्थिक अपराध इकाई की एफआईआर कॉपी से एक बात और स्पष्ट होती है कि आरा में हंगामा शुरू होने से पहले ही बीपीएससी के दफ्तर में पेपर लीक की खबर मिल गई थी. आरा में हंगामा 12.15 बजे के बाद शुरू हुआ जबकि उससे आधा घंटा पहले ही बीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक के पास पेपर की कॉपी पहुंच गई थी.
यह भी पढ़ें- VIDEO: पटना के विश्वेश्वरैया भवन में लगी आग तो क्यों भड़क गईं शोभा अहोतकर? गंभीर आरोप लगाया, जवाब नहीं दे पाए SSP
आईएएस रंजीत कुमार सिंह का नाम कैसे आया?
दरअसल, एफआईआर में जिस नंबर से बिहार लोक सेवा आयोग के परीक्षा नियंत्रक को प्रश्न पत्र भेजा गया था वो नंबर बिहार पंचायती राज के निदेशक और चर्चित आईएएस रंजीत कुमार सिंह का है. वहीं दूसरा नंबर परीक्षा नियंत्रक अमरेंद्र कुमार का है. एफआईआर में ईओयू के डीएसपी ने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट तौर पर लिखा है कि यह कार्य किसी बड़े संगठित गिरोह द्वारा सुनियोजित तरीके से किया गया है. आर्थिक लाभ प्राप्त करने के लिए यह किया गया है.
इसके पहले गिरफ्तार हो चुके हैं चार लोग
बता दें कि इस मामले में पहले ही चार लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. कुंवर सिंह कॉलेज के प्राचार्य सह सेंटर सुपरिटेंडेंट डॉ. योगेंद्र प्रसाद सिंह, सुशील कुमार सिंह व्याख्याता सह कंट्रोलर, अगम कुमार सहायक व्याख्याता सह सहायक सेंटर सुपरिटेंडेंट (कुंवर सिंह कॉलेज) और जयवर्धन गुप्ता, प्रतिनियुक्त स्टैटिक दंडाधिकारी सह प्रखंड विकास पदाधिकारी शामिल हैं.
आईएएस रंजीत कुमार से एबीपी न्यूज ने की बात
इधर, ईओयू की एफआईआर रिपोर्ट में आईएएस रंजीत कुमार सिंह का नंबर आने के बाद एबीपी न्यूज ने इस अफसर से बात की. रंजीत कुमार ने कहा कि गलती से यह नंबर आया है. यह बात कह उन्होंने बाकी सवालों को खारिज कर दिया.
यह भी पढ़ें- Patna News: राजधानी पटना के विश्वेश्वरैया भवन में लगी भीषण आग, यहां कई सरकारी विभागों का है कार्यालय, VIDEO
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)