पटना: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 67वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने रविवार को चार लोगों को गिरफ्तार किया है. जांच में एक गिरोह की भूमिका भी सामने आई है, जिसका सरगना आनंन गौरव उर्फ पिन्टू यादव है, जो एनआईटी पटना से पासआउट होने के बाद इस तरह के धंधे में संलिप्त हो गया. आनंन पूर्व में भी इलाबाद भर्त्ती घोटाले में गिरफ्तार हुआ था और साल 2020 में बिहार के मुंगेर जिले में हुए हत्याकांड में अभियुक्त है.


इस गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है. इसमें कृषि विभाग भागलपुर का क्लर्क राजेश कुमार शामिल है. यह क्लर्क पेपर लीक करने वाले गिरोह का सदस्य है. गिरफ्तार तीन अन्य सदस्यों में निशिकांत कुमार, कृष्ण मोहन सिंह और सुधीर कुमार सिंह शामिल हैं. इस गिरोह के पास से ईओयू ने कई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट और आपत्तिजनक चीजें बरामद की हैं. इस गिरोह के सदस्यों के बैंक खाते में लाखों रुपये होने का पता चला है, जिसके बाद ईओयू ने इन बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है. गिरोह के अन्य सदस्य अभी फरार बताए जा रहे हैं. इन सभी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है. ईओयू ने रविवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी यह जानकारी दी है. 


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पहले भी BDO समेत चार की ही हुई थी गिरफ्तारी


बता दें कि आर्थिक अपराध इकाई ने इस मामले में कुछ दिन पहले आरा के एग्जाम सेंटर पर तैनात BDO जयवर्धन गुप्ता सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया था. जयवर्धन गुप्ता को सेंटर मजिस्ट्रेट बनाया गया था. वहीं, इस मामले में कुंवर सिंह कॉलेज के प्रिंसिपल योगेंद्र प्रसाद सिंह, एग्जाम कंट्रोलर और सहायक एग्जाम कंट्रोलर को भी गिरफ्तार किया गया है. ईओयू इस मामले में फिहलाह अन्य लोगों से भी पूछताछ कर रही है.


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