री-एग्जाम वाले हाथों में आश्वासन की भीख… BPSC अभ्यर्थियों का धरना जारी, बस एक विकल्प बचा!
Bihar BPSC Candidates Protest: पटना में अभ्यर्थियों का धरना जारी है. अब तक तो यह तय है कि कोई करिश्मा नहीं हुआ तो चार जनवरी को जो परीक्षा होनी है वो होकर रहेगी.
Bihar BPSC Protest: राजधानी पटना के गर्दनीबाग में आज (मंगलवार) भी बीपीएससी के अभ्यर्थी इस उम्मीद में धरना पर बैठे हैं कि शायद उनकी बात सरकार मान ले. धरना-प्रदर्शन जारी है, इस बीच कई बार लाठीचार्ज हुआ, छात्रों के प्रतिनिधिमंडल ने बिहार के मुख्य सचिव से मुलाकात तक की, इसके बावजूद अभ्यर्थियों के हाथ में अब तक सिर्फ आश्वासन ही है. अब तक तो यह तय है कि कोई करिश्मा नहीं हुआ तो चार जनवरी को जो परीक्षा होनी है वो होकर रहेगी.
बातचीत के बाद भी नहीं निकला कोई हल
सवाल है कि क्या अभ्यर्थियों के हित में फैसला लिया जाएगा? क्या अब जब इतने बवाल के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना लौट आए हैं तो री-एग्जाम जैसे मामलों पर कोई बैठक होगी? अब तक जो कुछ तस्वीर निकलकर आ रही है उससे ऐसा लग रहा है कि सरकार झुकने के लिए तैयार नहीं है. किसी सूरत में पीछे हटने के लिए तैयार नहीं है. ऐसा इसलिए क्योंकि बीते सोमवार (30 दिसंबर) को राज्यपाल ने खुद बीपीएससी के चेयरमैन को बुलाकर बात की थी, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला. यहां तक कि मुख्य सचिव ने भी कोई फैसला नहीं लिया.
अब सीएम नीतीश कुमार से ही अंतिम उम्मीद
इस पूरे धरना-प्रदर्शन के बीच अभ्यर्थी बार-बार यही मांग कर रहे हैं कि उन्हें मुख्यमंत्री से मिलने दिया जाए. वे अपनी बात मुख्यमंत्री को ही बताएंगे. परीक्षा में कहां क्या कुछ गड़बड़ी हुई वे उसे मुख्यमंत्री के सामने रखेंगे. हालांकि दो दिन से सीएम नीतीश कुमार बिहार में नहीं थे. वे दिल्ली गए थे. सोमवार की शाम पटना लौट आए. नीतीश कुमार की गैर मौजूदगी में ही पटना में बीपीएससी के अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज हुआ. इसकी देश भर में चर्चा हुई और नीतीश सरकार की किरकिरी हुई. ऐसे में माना जा रहा कि अब नीतीश कुमार इस पर अधिकारियों से बात कर सकते हैं. छात्रों के लिए नीतीश कुमार ही अब एक तरह से अंतिम उम्मीद के रूप में दिख रहे हैं. हालांकि निर्णय बीपीएससी को ही लेना है.
चिराग पासवान ने की है नीतीश कुमार से बात
उधर केंद्रीय मंत्री और सांसद चिराग पासवान के बयान से भी उम्मीद दिख रही है कि अभ्यर्थियों के हित में कुछ सोचा जा सकता है. बीते सोमवार को एक्स (X) पर चिराग पासवान ने एक पोस्ट में लिखा कि उन्होंने नीतीश कुमार से हस्तक्षेप करने की अपील की है. इसके बाद मुख्य सचिव ने छात्रों से संवाद किया है. जल्द ही इस पहल के सार्थक परिणाम दिखेंगे.
प्रशांत किशोर ने दिया है सरकार को अल्टीमेटम
इस पूरे मामले में नेताओं की भी एंट्री हो गई है. एक तरफ पप्पू यादव हैं तो दूसरी ओर जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर हैं. पप्पू यादव ने कहा है कि वे अभ्यर्थियों के लिए हर द्वार जाएंगे. वहीं प्रशांत किशोर ने सोमवार को 48 घंटे का अल्टीमेटम सरकार को दिया है. कहा है कि परीक्षा रद्द हो नहीं तो वे 2 जनवरी से फिर से धरना पर बैठेंगे.
छात्रों के प्रतिनिधिमंडल ने रखी है पांच मांगें
बता दें कि मुख्य सचिव से मिलने के बाद छात्रों के प्रतिनिधिमंडल ने सरकार के सामने पांच मांगों को रखा है. मांगों के जरिए कहा है कि 70वीं बीपीएससी की पुनः परीक्षा हो, परीक्षा में होने वाली अनियमितता की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच हो, आत्महत्या करने वाले बीपीएससी अभ्यर्थी सोनू यादव के परिजनों को 10 लाख की आर्थिक सहायता मिले, जिन बच्चों पर आपराधिक मुकदमे दर्ज हुए हैं वो वापसी हों और बच्चों पर लाठी चलवाने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए.
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