Bihar News: पटना के गांधी मैदान में आमरण अनशन पर बैठे जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर को सोमवार (06 जनवरी, 2025) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. हालांकि शाम में सिविल कोर्ट से उन्हें बिना शर्त के ही जमानत मिल गई. बिहार की राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने जहां प्रशांत किशोर की आचोलना की वहीं दूसरी तरफ अब लोग पीके के समर्थन में भी आने लगे हैं. पटना के प्रसिद्ध शिक्षक गुरु रहमान ने प्रशांत किशोर की तारीफ की है. 


गुरु रहमान ने कहा कि ये पहली बार हुआ है कि कोई राजनेता कड़कड़ाती ठंड में छात्रों के लिए बैठा हो और उन्हें गांधी मैदान से गिरफ्तार कर लिया गया. ये निश्चित रूप से लोकतंत्र पर बहुत बड़ा हमला है. गुरु रहमान ने कहा कि मैं तमाम शिक्षकों की तरफ से कह रहा हूं आपके बारे में पहले हमें कंफ्यूजन था, लेकिन आपकी गतिविधि का जब आंकलन किया तो लगा कि आप बिल्कुल छात्रों के हित में हैं. छात्रों के हित में आपने धरना पर बैठने का जो काम किया है उनकी आवाज को पूरे भारत में बुलंद किया. उसके लिए मैं आपको सैल्यूट करता हूं.


गुरु रहमान को भी मिल चुका है नोटिस


बता दें कि गर्दनीबाग में छात्रों के प्रदर्शन में शामिल होने पर पटना पुलिस की तरफ से शिक्षक गुरु रहमान को भी नोटिस जारी किया गया था. नोटिस में उन्हें गर्दनीबाग थाने में पेश होने के लिए कहा गया था. साथ ही उन्हें कहा गया था कि अगर उनके पास पेपर लीक होने के सबूत हैं तो साथ लेकर आएं. अगर आप नहीं आते या आपके पास सबूत नहीं है तो इसका मतलब आप बिहार लोक सेवा आयोग और सरकार की छवि धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं.


नोटिस मिलने के बाद गुरु रहमान गर्दनीबाग थाना गए थे. उस वक्त उन्होंने बताया था, "थाने में मैंने बताया कि मैं पेपर लीक का आरोप नहीं लगा रहा हूं, न ही ये कह रहा हूं कि धांधली हुई है. बल्कि मैं तो नॉर्मलाइजेशन का विरोध कर रहा हूं और री-एग्जाम की मांग कर रहा हूं."


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