Jan Suraaj Poster War: 70वीं बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर आंदोलन तेज होता जा रहा है. दो जनवरी से आमरण अनशन कर रहे जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर को सोमवार को गांधी मैदान से गिरफ्तार कर लिया गया था. हालांकि शाम में उन्हें कोर्ट से बिना शर्त जमानत मिल गई थी. अब उनकी पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा गया है. पटना की सड़कों पर जन सुराज की ओर से पोस्टर लगाया गया है.


'श्रमजीवी ट्रेन पकड़कर चाचा जी नालंदा लौट जाएंगे'


जनसुराज के नेता बैनर-पोस्टर के माध्यम से नीतीश सरकार को घेरते दिख रहे हैं. प्रशांत किशोर की पार्टी के नेता विकास कुमार ज्योति की तरफ से लगवाए गए बैनर में मकर संक्रांति के बाद बिहार में सत्ता परिवर्तन का दावा किया गया है. बैनर में लिखा गया है, "कुछ लेकर जाएंगे कुछ देकर जाएंगे." इस बैनर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की एक तस्वीर ट्रेन के ऊपर लगाई गई है. ठीक नीचे लिखा गया है, "मकर संक्रांति के बाद श्रमजीवी ट्रेन पकड़कर चाचा जी नालंदा लौट जाएंगे."


यानी कुल मिलाकर बिहार में छात्र आंदोलन के दौरान जहां प्रशांत किशोर सियासत का केंद्र बने हुए हैं वहीं अब उनकी पार्टी के नेता भी नीतीश सरकार पर हमलावर हो गए हैं. मकर संक्रांति के बाद मुख्यमंत्री को उनके गृह जिले वापस लौटने की बात कह रहे हैं.


आमरण अनशन के बाद प्रशांत किशोर की बिगड़ी तबीयत


इसी बीच आज मंगलवार को आमरण अनशन की वजह से प्रशांत किशोर की तबीयत बिगड़ गई है. आज (07 जनवरी, 2025) सुबह मेडिकल की टीम प्रशांत किशोर के चेकअप के लिए पहुंची थी. जांच के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की बात कही गई. इसके बाद प्रशांत किशोर को एंबुलेंस से मेदांता अस्पताल भेजा गया. बताया जा रहा है कि उन्हें गैस और डिहाइड्रेशन की शिकायत है.


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