पटना: बिहार लोक सेवा आयोग (Bihar Public Service Commission) द्वारा शिक्षक भर्ती प्रतियोगिता परीक्षा 2023 का रिजल्ट 18 अक्टूबर को जारी किया गया था. रिजल्ट के बाद कई तरह की कमियों और फर्जीवाड़े के आरोप को लेकर फिर से विवाद शुरू हो गया है. पिछले दो दिनों से लगातार शिक्षक अभ्यर्थी हंगामा कर रहे हैं. अब बीपीएससी ने पारदर्शिता दिखाने के लिए अंक पत्र जारी करने का फैसला लिया है. शुक्रवार (27 अक्टूबर) को अभ्यर्थियों का अंक पत्र वेबसाइट पर अपलोड हो जाएगा. 


गुरुवार (26 अक्टूबर) की शाम इस संबंध में नोटिस जारी करते हुए बीपीएससी की ओर से इसकी जानकारी दी गई है. सभी अभ्यर्थियों का अंक पत्र आधिकारिक वेबसाइट onlinebpsc.bihar.gov.in पर अपलोड किया जाएगा. अभ्यर्थी वेबसाइट पर आईडी एवं पासवर्ड से लॉगिन करने के बाद अंक पत्र देख सकते हैं.


हंगामे के बाद जारी किया गया था कट ऑफ मार्क्स (BPSC Cut Off Marks)


बता दें कि रिजल्ट के बाद लगातार शिक्षक अभ्यर्थी गड़बड़ियों को लेकर हंगामा कर रहे थे. अभ्यर्थियों का आरोप था कि रिजल्ट में गड़बड़ी हुई है. कट ऑफ मार्क्स जारी नहीं किया गया है. फर्जी डिग्री के आधार पर चयन हो रहा है. बीते बुधवार की सुबह से अभ्यर्थी बीपीएससी कार्यालय के गेट पर हंगामा कर रहे थे. इसके बाद बुधवार की शाम को कट ऑफ मार्क्स जारी किया गया था. हालांकि हंगामा अगले दिन गुरुवार को भी देखने को मिला. इसके बाद अब अंक पत्र जारी करने का निर्णय लिया गया है.


बुधवार को एक मामला सामने आया था कि झारखंड डाल्टनगंज के मुकेश सिंह के पास एसटीईटी की डिग्री नहीं है फिर भी इनका चयन 11-12वीं के इतिहास शिक्षक पद के लिए हो गया. बगैर एसटीईटी की डिग्री के परीक्षा में शामिल भी कर दिया गया. रिजल्ट जारी होने से पहले पटना और किशनगंज में डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में भी सफल कर दिया गया.


शिक्षक अभ्यर्थियों का आरोप है कि कक्षा 1 से 5 तक के शिक्षक के लिए डीएलएड अभ्यर्थी का ही चयन होना था लेकिन कई बीएड अभ्यर्थी भी चयनित हो गए हैं. हालांकि आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने पहले ही यह कहा है कि बीपीएससी परीक्षा और उसके रिजल्ट से संबंधित काम कर रहा है. डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन का काम शिक्षा विभाग का है.


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