(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
स्ट्रेचर की जगह मरीजों को टांग कर ले जा रहे परिजन, लखीसराय सदर अस्पताल में ढोए जा रहे ईंट-बालू
पिछले कुछ दिनों से लखीसराय सदर अस्पताल स्ट्रेचर को लेकर चर्चाओं में रहा है. स्ट्रेचर मिलते भी हैं तो उसे लाने और ले जाने के लिए एक भी कर्मी आगे नहीं आता है. मरीज के परिजनों को लाना और ले जाना पड़ता है. जिलाधिकारी ने कहा कार्रवाई की जाएगी.
लखीसरायः बिहार में कहीं मरीजों को एंबुलेंस नहीं मिल रहा तो कहीं दवाई. कई जगहों पर तो स्ट्रेचर भी समय पर नहीं मिलता जिसकी वजह से परिजन किसी तरह मरीज को लेकर डॉक्टर तक पहुंचते हैं, लेकिन लखीसराय सदर अस्पताल में इन्हीं स्ट्रेचर पर मरीज की जगह ईंट और बालू ढोए जा रहे हैं. अगर इन सारी व्यवस्थाओं को दुरुस्त कर दिया जाता तो ना जाने कितने मरीजों की जान बचाने में मदद मिलती.
देखते हैं बड़े अधिकारी लेकिन किसी ने नहीं दिया ध्यान
दरअसल, पिछले कुछ दिनों से लखीसराय सदर अस्पताल स्ट्रेचर को लेकर चर्चाओं में रहा है. स्ट्रेचर मिलते भी हैं तो उसे लाने और ले जाने के लिए एक भी कर्मी आगे नहीं आता है. मरीज के परिजनों को लाना और ले जाना पड़ता है. अस्पताल के अधिकारी डॉक्टर देखते हैं लेकिन कभी इस ओर ध्यान नहीं दिया गया.
सिक्योरिटी गार्ड की लापरवाही की वजह से ऐसा किया गया
लखीसराय डीएम संजय कुमार सिंह ने कहा कि सदर अस्पताल में स्ट्रेचर पर बालू और गिट्टी ढोना दुर्भाग्यपूर्ण है. सदर अस्पताल के प्रबंधक एवं सिविल सर्जन को दिशा निर्देश दिया गया है कि जो ठेकेदार स्ट्रेचर पर बालू और गिट्टी का ढुलाई कर रहा है उसपर कारवाई की जाए. उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल के मुख्य द्वार पर सिक्योरिटी गार्ड की लापरवाही के कारण ठेकेदारों की ओर से ऐसा किया गया है. इस पर गंभीरता से कार्रवाई की जाएगी.
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