पटनाः Bihar Boar 12th Results 2021: बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट का रिजल्ट जारी हो गया है. नतीजे बिहार बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट onlinebseb.in, biharboardonline.bihar.gov.in व biharboardonline.com पर जारी कर दिए गए हैं. कक्षा 12वीं की परीक्षा देने वाले सभी स्टूडेंट्स अब अपने रिजल्ट ऑफिशियल वेबसाइट से चेक कर सकते हैं. शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने आज पटना स्थित बिहार विद्यालय परीक्षा समिति सभागार से परीक्षा परिणाम जारी किया.
रिजल्ट जारी होने के बाद कई परीक्षार्थी उदास नजर आ रहे हैं. जिसका कारण है उनका रिजल्ट बीएसईबी के वेबसाइट पर पेंडिंग दिखा रहा है. उन छात्रों को छात्र-छात्राओं को निराश और हताश होने की जरूरत नहीं है जो कि परीक्षा में बैठे थे परीक्षा दी थी लेकिन रिजल्ट पेंडिंग आया है. कुछ स्टेप्स को अपना कर ऐसे परीक्षार्थियों को कंप्लीट रिजल्ट मिल सकता है.
कैसे करें अप्लाई
जिन छात्रों का रिजल्ट पेंडिंग दिखा रहा है वैसे छात्र बोर्ड को चैलेंज कर सकते हैं. इसके लिए उन्हें अपने स्कूल/कॉलेज में एक आवेदन देना होता है. इस तरह के आवेदन में यह बताना होता है कि हमने फलां विषय का पेपर दिया था लेकिन इसमें रिजल्ट अधूरा है. स्कूल/कॉलेज के प्रिंसिपल इस आवेदन को अपने स्तर से वेरिफाई करके बोर्ड को अग्रसारित कर देते हैं. जहां छात्र को कुछ फीस के साथ उस आवेदन की प्रति और एडमिट कार्ड की एक कॉपी देनी होती है.
ऐसे छात्रों के आवेदन पर बोर्ड विचार करता है और संबंधित कर्मचारी को यह निर्देश देता है कि फलां रोल नंबर की कॉपी निकाला जाए. जिसके बाद कर्मचारी उस रोल नंबर की कॉपी निकालते हैं और उसपर अंकित मार्क्स को देखते हैं. अगर मार्क्स में कुछ गड़बड़ी होती है तो उसे ठीक करके दोबारा रिजल्ट जारी कर दिया जाता है.
कई बार ऐसा देखने को मिलता है कि संबंधित छात्र की कॉपी नहीं मिल रही होती है इस कारण भी रिजल्ट पेंडिंग रह जाता है. ऐसे में बोर्ड छात्रों की कॉपी को खोजकर उनका रिजल्ट जारी करता है. कुछ मामलों में यह भी देखने को मिलता है कि परीक्षार्थी पासिंग मार्क्स से थोड़ा पीछे रह जाता है. उस स्थिति में बोर्ड की ओर से ग्रेस मार्क्स देकर पास कर दिया जाता है.
कैसे होती है यह समस्या
ऐसा बहुत ही कम देखने को मिलता है कि किसी बच्चे का रिजल्ट पेंडिंग रह जाता है. बोर्ड की कोशिश होती है कि बच्चों के साथ इस तरह की गड़बड़ी न हो इसके लिए सभी सावधानी बरती जाती है. लेकिन कभी-कभी परीक्षार्थियों की गलती और कर्मचारियों की लापरवाही के कारण परीक्षार्थियों के साथ ऐसा हो जाता है.
ऐसा होने के पीछे एक कारण है अटेंडेंस शीट पर सही से अपना रोल नंबर और रोल कोड न भरना. दूसरा कारण हो सकता है अटेंडेंस शीट पर सही से कॉपी नंबर न भरना. तीसरा कारण हो सकता है कि परीक्षार्थियों ने सबकुछ ठीक किया हो लिखा भी सही हो लेकिन परीक्षक सही से नंबर नहीं दे पाया हो. चौथा कारण हो सकता है परीक्षक नंबर भी सही से दिया हो और जोड़ने के क्रम में कमी रह गई हो ऐसे कु्छ कारणों से रिजल्ट पेंडिंग रह जाता है.
परिक्षार्थी उठाएं ये कदम
ऐसे में छात्रों को घबराने की जरूरत नहीं है. परिक्षार्थियों को सीधे अपने प्रिसिंपल से मिलकर इस संबंध में बात करनी चाहिए और बोर्ड का रुख करके वहां आवेदन दे कर दोबारा टैबलेटिंग की मांग करनी चाहिए. अक्सर इसका परिणाम पॉजीटिव देखने को मिलता है.
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