Buddha Purnima: निरंजना रिवर रिचार्ज के लिए बुद्ध पूर्णिमा के दिन की गई नागा पूजा, 108 बौद्ध भिक्षु और लाओस के एम्बेसडर हुए शामिल
बोधगया में हर्षोल्लास के साथ बुद्ध पूर्णिमा मनाई गई. आज के ही दिन गौतम बुद्ध को यहां ज्ञान की प्राप्ती हुई थी. उन्होंने पहली बार सारनाथ में धर्म की शिक्षा दी थी.

गया: बोधगया के निरंजना नदी में पानी लाने को लेकर निरंजना रिवर रिचार्ज मिशन के तहत सोमवार को वट लाओस बौद्ध मठ की तरफ से नागा पूजा का आयोजन किया गया. इसके पूर्व थाईलैंड से नौ शेषनाग की आकृति मंगाई गई. कार्यक्रममें मुख्य अतिथि के रूप में लाओस के एम्बेसडर बोनमे चौनघोम लाओ शामिल हुए. वट लाओस बौद्ध मठ के पुजारी और निरंजना रिवर रिचार्ज मिशन के महासचिव सेसेना बोनताबोंग ने बताया कि बौद्ध धर्म के लिए आज का दिन काफी महत्वपूर्ण है. बुद्ध पूर्णिमा के दिनही भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी.
सेसेना बोनताबोंग ने कहा कि बौद्ध धर्म में ऐसी मान्यता और परंपरा है कि कोई भी कार्य शुरू करने से पहले नाग देवता की पूजा की जाती है. वहीं नदी में पुनः प्राकृतिक पानी लाने के लिए कई योजनाएं बनाई जा रही है. 130 किमी लंबी नदी में दर्जनों चेकडैम, पौधा रोपण आदि का कार्य किया जाना है. इसके पूर्व आज नागा पूजा की गई तथा थाईलैंड के कलाकारों के द्वारा नागराज को खुशकरने के लिए नृत्य की गई, ताकि निरंजन नदी में सालों भर पानी रहे.
वैशाख पूर्णिमा के दिन ही गौतम बुद्ध को प्राप्त हुआ था ज्ञान
गौरतलब है कि आज बोधगया में हर्षोल्लास के साथ बुद्ध पूर्णिमा मनाई गई. इसी अवसर पर निरंजना रिवर रिचार्ज मिशन के द्वारा यह कार्य शुरू की गई है. वैशाख पूर्णिमा के दिन ही गौतम बुद्ध को बोधगया में ज्ञान प्राप्त हुआ था और उन्होंने पहली बार सारनाथ में धर्म की शिक्षा दी थी. देश भर में आज बुद्धपूर्णिमा का पर्व मनाया जा रहा है.
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