पटना: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को लोकसभा में केंद्रीय बजट 2021-22 पेश किया. बजट पेश करने के बाद से विवाद जारी है. विपक्ष की पार्टियां बजट को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोल रही हैं. इसी क्रम में बिहार कांग्रेस प्रभारी और पूर्व केन्द्रीय मंत्री भक्त चरण दास ने कहा कि इस बजट में बिहार की पूरी उपेक्षा हुई है. यह बजट दिशाहीन एवं विकास विरोधी है. इस बजट में बेरोजगारी हटाने का कोई प्रावधान नहीं है. उन्होंने कहा कि बजट में ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार का कोई प्रावधान नहीं है.
आयकर सीमा में नहीं की गई बढ़त
उन्होंने कहा कि जिन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं वहां सड़क, रेलवे और इन्फ्रास्टक्चर पर भारी निवेश का प्रावधान है, जो केन्द्र सरकार की नीति को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस और उपभोक्ता वस्तुओं की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं, लेकिन मध्यवर्ग के आयकर की सीमा में कोई बढ़त नहीं की गई है.
मुनाफे में चल रहे कंपनियों को बेचने की तैयारी
इधर, बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा ने कहा कि मुनाफे में चल रहे सरकारी कंपनियों को कम कीमत पर बेचने की तैयारी चल रही है. उन्होंने कहा कि इस बजट में उद्योग और व्यापार को बढ़ावा देने का कोई प्रस्ताव नहीं है. कांग्रेस विधान मण्डल दल के नेता अजीत शर्मा ने भी बजट को दिशाहीन बताया है. वहीं, प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष एचके वर्मा, प्रवक्ता डॉ. हरखु झा, राजेश राठौड़ ने बजट को दिशाहीन और बेरोजगारी बढ़ानेवाला बताया.
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