पटना: वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन (Nirmala Sitharaman) ने बुधवार को बजट (Union Budget 2023) पेश किया. इस बजट को लेकर तमाम राजनीतिक दिग्गज अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. वहीं, इस बजट को कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत (Kumar Sarvjeet) ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि इसे आम बजट बोलें या चुनावी बजट? मुझे यह चुनावी बजट दिखता है. वहीं, आगे उन्होंने कहा कि 17 लाख मीट्रिक टन हम मखाने की खेती करते हैं और मुझे लगा था कि मखाने की जिस तरह से कोरोना काल में मांग बढ़ी थी बजट में इसको लेकर जरूर कुछ रहेगा लेकिन नहीं मिला. आने वाले समय में किसान फैसला करेंगे.


बीजेपी बकायेदार किसानों की बात नहीं करती है- सर्वजीत


कुमार सर्वजीत ने कहा कि  यह देश किसानों का है और बिहार के किसान फर्टिलाइजर को लेकर परेशान होते हैं मुझे पूरी उम्मीद थी कि इस बार के बजट में बिहार के गरीब किसानों के लिए कुछ रहेगा लेकिन मुझे कुछ नहीं दिखा. मुझे बस यह दिखा कि कौन सी योजना लाएं जिससे देश के पूंजीपतियों को फायदा होगा. वहीं, बीजेपी के साथियों का इतिहास रहा है बीजेपी कभी गरीब और बकायेदार किसानों की बात नहीं करती है.


'प्राकृतिक खेती का मार्केट कहां है?'


कृषि मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिए जाने की बात कह रहे हैं लेकिन इलको लेकर मार्केट पर कोई चर्चा नहीं हुई. गरीब किसान फसल को कहां बिक्री करेगा. हम जो प्राकृतिक खेती करने जा रहे हैं इसकी बढ़ावा की बात कह रहे हैं. इसकी मार्केट कहां है? वहीं, इसके अलावा कुमार सर्वजीत ने कहा कि यह जो किसान डंडे खाते हैं खाद के लिए लाइन लगते हैं. 2024 लोकसभा चुनाव में किसान बजट के बारे में पूछेंगे कि क्या किसानों के फर्टिलाइजर के लिए बजट में कुछ नहीं था? यह सवाल जरूर पूछा जाएगा.


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