पटना: बजट सत्र के दौरान विधानसभा (Bihar Assembly) में बीजेपी (BJP) के नेताओं ने बुधवार को जमकर हंगामा किया. बीजेपी विधायक लखेंद्र पासवान (Lakhendra Paswan) पर कार्रवाई को लेकर बीजेपी के नेताओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की. बीजेपी के विधायक पोर्टिको में बैठ गए थे. इसके साथ ही नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा (Vijay Sinha) के नेतृत्व में बीजेपी विधायकों ने विधानसभा से राजभवन तक पैदल मार्च किया और इस मुद्दे को लेकर राज्यपाल से मुलाकात की. वहीं, बिहार विधानसभा के बाहर पोर्टिको में बैठे बीजेपी के विधायकों को समझा-बुझाकर विधानसभा के अंदर कांग्रेस (Congress) विधायक अजीत शर्मा (Ajit Sharma) ले गए. 


तेजस्वी के इशारे पर हुई है कार्रवाई- विजय सिन्हा


नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि डिप्टी सीएम तेजस्वी के इशारे पर बीजेपी विधायक लखेंद्र पासवान को माइक तोड़ने के झूठे आरोप में निलंबित किया गया है. स्पीकर सत्तापक्ष के लिए काम कर रहे हैं. सदन में बीजेपी विधायकों को बोलने नहीं दिया जाता. विपक्ष की आवाज दबाई जा रही है. लालू परिवार सिर्फ भ्रष्टाचार कर रहा. यह किसी को नहीं दिख रहा. 'जमीन के बदले नौकरी घोटला' क्या है ? 


'2021 में आरजेडी के विधायकों ने किया था हंगामा'


आगे नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि 2021 में आरजेडी के कई विधायक पुलिस विधेयक पेश होने के दौरान सदन में हंगामा किए थे. टेबल-कुर्सी तोड़ा गया था. आसन पर प्रेम कुमार तब थे. मैं तब स्पीकर था. आचार समिति की रिपोर्ट को सदन में पटल पर भी रखने नहीं दिया गया था. बीजेपी विधायक लखेंद्र पासवान पर जो लोग एक्शन लिए, उन लोगों को यह मामला नहीं दिखा क्या? राज्यपाल हमारे गार्जियन हैं, मिलकर न्याय की गुहार लगाएंगे. वहीं, इसके बाद नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा के नेतृत्व में बीजेपी विधायकों ने विधानसभा से राजभवन तक पैदल मार्च कर राज्यपाल से मुलाकात की.


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