बिहार: घर से निकला पत्नी से मिलने, पहुंच गया पाकिस्तान, परिजनों ने कर दिया था अंतिम संस्कार, अब 12 साल बाद बक्सर लौटा छवि
12 साल पहले छवि मुसहर अपनी मां से यह बताकर निकला कि पत्नी से मिलने जा रहा है. चौसा स्टेशन से पंजाब के लिए ट्रेन पकड़ लिया और भटकते हुए पाकिस्तान चला गया था.
बक्सरः 12 वर्षों से गायब बक्सर का छवि मुसहर मंगलवार को अपने गांव पहुंचा. उसे देखकर घर के लोगों का खुशी का ठिकाना नहीं रहा. पाकिस्तान के जेल से जब वह बक्सर के चौसा प्रखंड स्थित खिलाफतपुर आया तो गांव के लोग भी खुशी से झूम उठे और उसका स्वागत किया गया. चौसा प्रखंड के बीडीओ और सीओ के साथ थाना पर मौजूद कर्मियों के सामने छवि को उसके परिजनों को सौंपा गया.
छवि के पहुंचने पर उसके परिजन और महादलित बस्ती में जश्न का माहौल दिखा. छवि के आने से उसकी मां और उसका भाई काफी खुश दिखे. कहा कि छवि के आने की खुशी में मोहल्ले वासियों को भोज दिया जाएगा. भाई रवि ने बताया कि उसने पूजा की और चार महीने पहले थाने द्वारा सूचना मिली कि उसका भाई पाकिस्तान में है. रवि ने ही बताया कि छवि के जाने के बाद ही उसकी पत्नी ने दो महीने बाद किसी दूसरे से शादी कर ली. अब हम लोग अपने भाई की दूसरी शादी धूमधाम से करेंगे.
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पाकिस्तान कैसे पहुंचा छवि मुसहर?
बक्सर से पाकिस्तान पहुंचने को लेकर छवि से इस बारे में जब बात की गई तो उसने बताया कि वह अपनी पत्नी को ढूंढते हुए पाकिस्तान चला गया. वहां उसे शुरू में जेल में मारा पीटा जाता था. 12 साल पहले चौसा प्रखंड के खिलाफतपुर निवासी छवि मुसहर अपनी मां से यह बताकर निकला कि पत्नी से मिलने जा रहा है. उसका दिमागी संतुलन भी ठीक नहीं था जिसकी वजह से चौसा स्टेशन से पंजाब के लिए ट्रेन पकड़ लिया. इसके बाद भटकते-भटकते वह पाकिस्तान चला गया. वहां की सेना ने गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया था.
घर वालों ने कर दिया था अंतिम संस्कार
इधर, कई वर्ष बीत जाने के बाद जब छवि नहीं मिला तो परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया. पत्नी ने भी दूसरी शादी कर ली. चार महीने पहले पाकिस्तान से विदेश मंत्रालय से सूचना मिली कि छवि मुसहर जो खिलाफतपुर का रहने वाला है उसकी पहचान स्थानीय थाने ने कर ली है. फिर बक्सर जिलाधिकारी अमन समीर और पुलिस अधीक्षक ने गुरदासपुर प्रशासन से मिली सूचना के बाद कागजी कार्रवाई की. इसके बाद अटारी बॉर्डर के रास्ते छवि को भारत लाया गया.
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